छत्तीसगढ़

सीएम भी करे ट्रैफिक नियमों का पालन: बघेल

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ में हेलमेट की अनिवार्यता पर बहस छिड़ गई है, कहीं कहीं विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि ट्रैफिक नियमों के पालन की शुरुआत शिखर पर बैठे लोगों से होनी चाहिए. मुख्यमंत्री रमन सिंह पहले खुद कार में सीट बेल्ट बांधें और गाड़ियों की काली फिल्म हटवाएं. सर्वोच्च न्यायालय का आदेश क्या मुख्यमंत्री, डीजीपी, बड़े नेताओं और अफसरों की गाड़ियों पर लागू नहीं होता?

भाजपा सरकार को आर्थिक लाभ के लिए दुर्घटनाओं के दोहन की मनोवृत्ति से बाज आना चाहिए. बघेल ने कहा कि वीआईपी रोड को एकल मार्ग बनाने का प्रस्ताव यदि लागू किया गया तो एक होटल विशेष को व्यावसायिक लाभ होगा. अमर अग्रवाल की गाड़ी से सड़क के किनारे पेड़ के नीचे सो रहे दो लोग कुचलकर मारे गए थे. पिछले साल तत्कालीन विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल के काफिले की गाड़ी से एक छात्रा की मौत हो गई थी.

भाजपा सरकार बताए कि मुख्यमंत्री निवास के पास मुख्यमार्ग में किस कानून के तहत दरवाजे लगाए गए हैं. दस वर्षो से मुख्यमंत्री निवास के सामने की सार्वजनिक सड़क के बड़े हिस्से पर पार्किंग के नाम पर किस कानून के तहत कब्जा कर लिया गया है?

उन्होंने कहा कि मरीजों को बीच में बिठाकर अस्पताल ले जा रहे परिजनों तक को हेलमेट और तीन सवारी के नाम पर ट्रैफिक पुलिस परेशान करती है. राजधानी की भीतरी सड़कों पर हेलमेट से दुर्घटनाएं रुकेंगी नहीं बल्कि और बढ़ेगी.

उन्होंने कहा कि हेलमेट मोटर साइकिल सवार जरूर लगाएं लेकिन इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग और अधिक से अधिक राज्य के राजमार्गो तक लोगों को प्रेरित किया जाए. रायपुर की भारी ट्रैफिक वाली रिंग रोड तक में इसे जरूरी किया जा सकता है. उन्होंने पूछा कि क्या ट्रैफिक के सारे नियम कायदे पहुंच विहीन, साधनहीन गरीब और मध्यमवर्ग के लोगों के लिए हैं?

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