कलारचना

सबसे लोकप्रिय एपिसोड ‘बालिका वधू’

मुंबई | मनोरंजन डेस्क: ‘बालिका वधू’ टेलीविजन इतिहास का सबसे लोकप्रिय धारावाहिक बन गया है. इससे पहले इतनी लोकप्रियता रामायण तथा महाभारत के धारावाहिकों को मिली थी. रामायण का धारावाहिक 78 कड़ियों का तथा महाभारत का धारावाहिक 98 कड़ियों का था. यह दोनों धारावाहिक धार्मिक था. इसी तरह से सामाजिक ताने-बाने पर आधारित धारावाहिकों में हम लोग, नुक्कड़ तथा बुनियाद भी अपने समय के लोकप्रिय धारावाहिक रहें हैं. लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिक ‘बालिका वधू’ 2000 कड़ियां पूरा करने वाला देश का पहला हिंदी धारावाहिक बन गया है. टेलीविजन चैनल ‘कलर्स’ पर पिछले सात सालों से प्रसारित हो रहा यह धारावाहिक अभी भी बाल विवाह, घरेलू हिसा, वैवाहिक दुष्कर्म और पुनर्विवाह जैसे सामाजिक मुद्दों पर चिंतन की प्रेरणा देता है.

कलर्स पर साल 2008 से प्रसारित हो रहा ‘बालिका वधू’ दर्शकों को बहुत प्रिय है.

चैनल के सीईओ राज नाइक ने कहा, “इतने वर्षो में बालिका वधू हमारे चैनल को पहचान दिलाने वाला सीरियल बन गया है और एक मनोरंजक चैनल के रूप में इसकी सफलता हमारी सफलता की पर्याय बन गई है.”

आगामी सप्ताहों में धारावाहिक की कहानी आनंदी और उसकी बेटी निबोली के बीच अंकुरित होते रिश्ते पर केंद्रित होगी.

‘बालिका वधू’ में आनंदी का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री तोरल रासपुत्रा का कहना है कि उन्हें इस किरदार को निभाते हुए कई तरह की भावनाओं से गुजरने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.

आनंदी की बेटी निबोली का किरदार निभा रही बाल कलाकार ग्रेसी गोस्वामी इसका हिस्सा बनकर काफी खुश है और उसे आशा है कि वह ‘बालिका वधू’ के अंतिम एपिसोड तक इसमें काम करती रहेगी.

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