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भाजपा ने सेमी फायनल जीता

नई दिल्ली | विशेष संवाददाता: यूपी चुनाव में मोदी-शाह की जोड़ी ने झंडे गाड़ दिये हैं. न अमित शाह ने चुनावी रणनीति बनाने में कोई कसर छोड़ी और न ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनाव क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाताओं से अपील करने में कोई कोताही बरती. शनिवार को जब चुनाव परिणाम आने लगा तो एक्जिट पोल भी इसके सामने फीका पड़ गया. शाम तक भाजपा के तीन-चौथाई बहुमत से यूपी चुनाव जीतने पर मुहर लग चुकी थी. हालांकि, साथ में उत्तरांचल, गोवा, पंजाब, मणिपुर के विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आये हैं परन्तु जिस बेसब्री से यूपी चुनाव के नतीजों का इंतजार किया जा रहा था उससे लग रहा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव का सेमी फायनल हो रहा है.

भाजपा को 403 सीटों वाली विधानसभा में 321 सीटों पर विजय मिली है. दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी है परन्तु उसने 50 का आंकड़ा भी नहीं छुआ है. समाजवादी पार्टी को 48 सीटें, बहुजन समाज पार्टी को 19 सीटें, अपना दल को 9 सीटें, कांग्रेस को 7 सीटें, भारतीय समाज पार्टी को 4 सीटें, निर्दलीयों को 3 सीटें अन्य को 2 सीटें मिली हैं.

भाजपा को इस विधानसभा चुनाव में 39.7 फीसदी मत मिले हैं जो लोकसभा चुनाव के समय मिले 42.63 फीसदी मतों की तुलना में कम हैं. बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा चुनाव के समय के 19.77 फीसदी मतों की तुलना में 22.2 फीसदी मत मिले हैं. समाजवादी पार्टी को 21.8 फीसदी मत मिले हैं जबकि लोकसभा चुनाव में 22.35 फीसदी मत मिला था. कांग्रेस को 6.2 फीसदी मत मिले हैं वहीं 2014 की लोकसभा चुनाव में उन्हें 7.53 फीसदी मत मिला था. इस तरह से केवल बहुजन समाज पार्टी को ही लोकसभा चुनाव की तुलना में ज्यादा मत मिले हैं. यहां तक कि विजयी भाजपा को भी 2.93 फीसदी वोट कम मिले हैं.

यूपी के पिछले विधानसभा चुनाव जो 2012 में हुये थे उसमें समाजवादी पार्टी को विधानसभा की 224 सीट तथा 29.13 फीसदी मत मिले थे. बहुजन समाज पार्टी को 80 सीटों के साथ 25.91 फीसदी मत मिले थे, भाजपा को 47 विधानसभा सीटों के साथ 15 फीसदी मत मिले थे, कांग्रेस को 28 विधानसभा सीटे मिली तथा 11.65 फीसदी मत मिले थे, राष्ट्रीय लोक दल को 9 सीटें तथा 2.33 फीसदी मत मिले थे.

जिस तरह से भाजपा की भारी जीत हुई है उससे जाहिर है कि उसके पक्ष में वोटों का ध्रुवीकरण हुआ है. नोटबंदी की मार, बढ़ती महंगाई तथा 15-15 लाख खाते में न पहुंचने के प्रचार के बावजूद यूपी की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में वोट दिया है. इसे मोदी के पक्ष में इसलिये कहा जाना चाहिये कि भाजपा ने उन्हीं के चेहरे की बदौलत चुनाव लड़ने का चुनौतीपूर्ण फैसला लिया था जबकि इसी रणनीति के कारण उनकी बिहार में हार हुई थी.

शनिवार को पांच राज्यों की कुल 654 विधानसभा सीटों के नतीजे सामने आये हैं जिनमें भाजपा को 406 सीटें मिली है. इस तरह से भाजपा को 62 फीसदी विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई है. इस सेमी फायनल में भाजपा को भारी जीत मिली है, आंकड़े इसके गवाह हैं.

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