कलारचना

B’wood के बच्चों से अपेक्षाएं ज्यादा: टिस्का

कोलकाता | मनोरंजन डेस्क: अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने कहा है कि बालीवुड परिवार के बच्चों से पहली फिल्मों से ही दर्शकों की अपेक्षाएं रहती है जो दोधारी तलवार की तरह है. एक तरफ जहां बालीवुड के फिल्मी परिवार से होने के कारण फिल्में आसानी से मिल जाती हैं वहीं उनसे अपंक्षाएं भी ज्यादा रहती है कि वे फिल्मों में अच्छा काम करेंगे. जाहिर है कि किसी नामी अभिनेता के बेटे या नामी अभिनेत्री की बेटी के पहली फिल्म से ही उम्मीद लगाई जाती है. टिस्का चोपड़ा ने इसे नुकसानदेह बताया तथा कहा कि बालीवुड में बाहर से आना बेहतर होता है. फिल्म अभिनेत्री टिस्का चोपड़ा ने यहां कहा कि फिल्म जगत में प्रतिष्ठित हस्तियों के बच्चे होना दोधारी तलवार जैसा है. टिस्का यह स्वीकार करती हैं कि नवोदित कलाकार, जो पहले से ही फिल्म जगत के दबाव से परिचित होते हैं, उन्हें इसका फायदा मिलता है, लेकिन दूसरी तरफ उनसे बड़ी अपेक्षा रखी जाती है.

टिस्का ने कहा, “फिल्म हस्तियों के बच्चे होना दोधारी तलवार की तरह है. यदि आप फिल्म जगत को देखते हुए बड़े हुए हैं, तो कामयाब होने की संभावना ज्यादा है. लेकिन जब लोग आपको मिनट-मिनट पर देखते हैं और आपको ऐसा जताना पड़ता है, जैसे कोई नहीं देख रहा तो वह बड़ा मुश्किल होता है.”

बहुप्रशंसित फिल्म ‘तारे जमीं पर’ में काम कर चुकी टिस्का यहां एपीजे कोलकाता साहित्य महोत्सव में हिस्सा लेने पहुंची थीं. उन्होंने बॉलीवुड में करियर बनाने को लेकर ‘एक्टिंग स्मार्ट’ नाम से किताब भी लिखी है.

टिस्का ने कहा, “नामी हस्तियों के बच्चे होने का नुकसान यह है कि काम की शुरुआत से पहले ही आपसे अपेक्षा रखनी शुरू हो जाती है.” उन्होंने कहा कि सिनेमा जगत में बाहर से आना ज्यादा अच्छा है.

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