छत्तीसगढ़

फर्जी कंपनी से खरीदा करोड़ों का चना

रायपुर | विशेष संवाददाता: छत्तीसगढ़ में वितरित किये जाने वाले चने की खरीदी में करोड़ों के गोल-माल का सनसनीखेज मामला सामने आया है. सोमवार को राज्य के खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले ने जिन दो कंपनियों से चना खरीदने का दावा किया है, उसमें से एक कंपनी का पता ही सही नहीं है. सरकार ने दावा किया था कि पिछले एक साल में इन दो कंपनियों से 71 करोड़ रुपये का चना खरीदा गया था. मामले में फर्जी कंपनी के नाम पर करोड़ो रुपये की चना खरीदी की आशंका है.

सोमवार को खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले ने भोलाराम साहू के सवाल के जवाब में विधानसभा में यह जानकारी दी कि प्रदेश में जून 2011 से आदिवासियों को चना बांटने की योजना की शुरुवात की गई थी. पिछले एक साल में हितग्राहियों को 5 रुपये प्रतिकिलो की दर से चना वितरित किया गया.

खाद्य मंत्री के अनुसार राज्य में आदिवासियों को बांटने के लिये चने की आपूर्ति मेसर्स प्राईम विजन शुगर लिमिटेड, 574 मगरवाड़ा, उन्नाव, उत्तरप्रदेश द्वारा 44.22 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से और मेसर्स डिवाईन क्राप्स एंड एलाईड प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड, अस्तबल कैम्प, थाना गंज, रामपुर, उत्तरप्रदेश द्वारा 48.47 रुपये प्रतिकिलो की दर से की गई. खाद्य मंत्री ने विधानसभा में जो जानकारी पेश की है, उसके अनुसार पिछले एक साल में 15 फरवरी 2013 तक 71,26,61,167.06 करोड़ रुपये के 1,56,700.23 क्विंटल चना का वितरण राज्य में किया गया.

लेकिन खाद्य मंत्री के दावे की हकीकत ये है कि उन्नाव की जिस कंपनी मेसर्स प्राईम विजन शुगर लिमिटेड, 574 मगरवाड़ा, उन्नाव, उत्तरप्रदेश से चना खरीदने की बात कही गई है, उस पते पर इस नाम की कोई कंपनी कार्यरत नहीं है. हमारे संवाददाता ने उन्नाव के 574 मगरवारा का दौरा किया और पाया कि वहां बरसों से नीलगिरी फूड प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड नामक कंपनी काम कर रही है. यह कंपनी मूलतः मीठे और नमकीन बिस्किट बनाती रही है, लेकिन पिछले कई सालों से यह काम भी ठप्प पड़ा हुआ है.

इस बारे में छत्तीसगढ़ खबर ने नीलगिरी फूड प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड के मालिक हरमीत सिंह से बात की तो उन्होंने साफ किया कि 574 मगरवारा, उन्नाव में चलने वाली उनकी कंपनी नीलगिरी फूड प्रोडक्ट्स प्राईवेट लिमिटेड में फिलहाल बिस्किट बनाने का काम बंद पड़ा हुआ है. उन्होंने छत्तीसगढ़ में चना या किसी भी तरह की सप्लाई से साफ इंकार किया.

इस बारे में हमने छत्तीसगढ़ के खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले से भी बात करने की कोशिश की लेकिन उनके सेल फोन पर बात करने वाले ने मंत्री से बात कराने के बजाये खुद ही जवाब देने का हवाला दिया. जब छत्तीसगढ़ खबर ने मंत्री का फोन उठाने वाले का नाम जानना चाहा तो उनका जवाब था- मैं पुन्नूलाल मोहले बात कर रहा हूं.

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