छत्तीसगढ़

अमित जोगी कांग्रेस से निष्कासित

रायपुर | संवाददाता: अमित जोगी को कांग्रेस से छः साल के लिये निष्कासित कर दिया गया है. कांग्रेस के नेता तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निष्कासन का प्रस्ताव केन्द्रीय नेतृत्व को भेज दिया गया है. बुधवार को रायपुर में हुई प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में यह फैसला लिया है.

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस फैसले की जानकारी देते हुये कहा कि अमित जोगी को पार्टी से निष्कासित किये जाने का लाभ पार्टी को मिलेगा और पार्टी की छवि और निखरेगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में कई लोग आये और कई लोग गये.

उन्होंने कहा कि “अजीत जोगी के निष्कासन का प्रस्ताव भी बैठक में पारित हुआ है. लेकिन यह अधिकार चूंकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पास नहीं है, लिहाजा उनके निष्कासन का प्रस्ताव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को भेजा जाएगा.”

ऑडियो टेप मामले को लेकर शुरू से ही कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी इस मामले में कोई बड़ा फैसला ले सकती है.

इस बीच पार्टी सूत्रों ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव बुधवार दिल्ली रवाना हो रहे हैं. दोनों नेता पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर उन्हें अजीत जोगी से संबंधित प्रस्ताव सौपेंगे.

इधर इस फैसले पर टिप्पणी करते हुये अमित जोगी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी की बपौती नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके निष्कासन का फैसला ज़मींदारी और सामंती मानसिकता के लोगों ने लिया है और इसके खिलाफ लगातार लड़ाई जारी रहेगी.

अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे मंतूराम मामले में टेप के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संगठन खेमे की ओर से इस बात की मांग की जा रही थी कि पार्टी अजीत जोगी तथा अमित जोगी के खिलाफ कार्यवाही करें.

उल्लेखनीय है कि 13 सितंबर 2014 को बस्तर के अंतागढ़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव हुआ था, जिसमें कुल 13 उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने अपना नामांकन वापस ले लिया था. इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवार की जीत हुई थी.

इसके बाद पिछले सप्ताह एक आडियो टेप सार्वजनिक हुआ, जिसमें कथित रुप से इस चुनाव से कांग्रेस उम्मीदवार को मैदान छोड़ने के लिये 7 से 10 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी. इस टेप में कथित रुप से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके विधायक पुत्र अमित जोगी, राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह, कांग्रेस के उम्मीदवार मंतूराम पवार समेत कुछ जोगी समर्थकों की बातचीत थी.

हालांकि मुख्यमंत्री रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अजीत जोगी, विधायक अमित जोगी और मंतूराम पवार इस पूरे टेप को ग़लत और मनगढ़ंत बता चुके हैं.इसके अलावा अजीत जोगी और अमित जोगी ने इस मामले में अदालती कार्रवाई भी की है.

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