छत्तीसगढ़

शादी में वर को देना होगा 8वां वचन!

बीबीसी | आलोक प्रकाश पुतुल: वैदिक परंपरा में विवाह के समय वर-वधु के बीच सात वचन लेने का विधान है. छत्तीसगढ़ में ब्राह्मण युवकों को अब सात नहीं, आठ वचन देने होंगे और उन्हें निभाना भी होगा.

दरअसल, छत्तीसगढ़ के ब्राह्मण समाज ने एक प्रस्ताव पारित किया है कि वर को यह वचन देना होगा कि वह भ्रूण में ही बेटी की हत्या नहीं करेगा और जन्म के बाद बेटी का पालन-पोषण बेटे के समान ही करेगा. वह बेटा और बेटी में कोई भेदभाव नहीं करेगा.

यह वचन लेने के बाद ही उसकी शादी पूरी मानी जाएगी.

राज्य की राजधानी रायपुर में विप्र फ़ाउंडेशन के बैनर तले हुए इस कार्यक्रम में देश भर के ब्राह्मण इकट्ठे थे. इनमें सांसदों, विधायकों समेत पंडित-पुरोहित भी थे.

फ़ाउंडेशन के संयोजक सुशील ओझा ने कहा, ”हमने देश भर के पंडित-पुरोहितों को यह संकल्प भेजा है. इस पर अमल करने के लिए जल्द ही अभियान शुरू किया जाएगा. हम समाज के सभी वर्गों से इसे अपनाने की अपील कर रहे हैं.”

ब्राह्मण समाज के इस फ़ैसले का ज़्यादातर लोगों ने स्वागत किया है.

महिला संगठन वसुधा मंच की सत्यभामा अवस्थी ने कहा, “समाज में इस तरह के संदेश देने से कुछ फ़र्क़ निश्चय ही पड़ेगा. ज़रूरत इसकी है कि वर-वधु के अलावा बड़े बुज़ुर्ग भी इस दिशा में आगे आएं.”

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