छत्तीसगढ़

मनरेगा: कामगारों का 2.28 करोड़ लंबित

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गांवों की होली फीकी रहेगी. इसका कारण है कि बिलासपुर जिले में गांवों में मनरेगा के तहत कराये गये कार्यो की मजदूरी के 2.28 करोड़ रुपये लंबित हैं. जबकि नियमानुसार काम कराये जाने के 15 दिनों के अंदर इसका भुगतान कर दिया जाना है. जबकि महीनों से कामगारों का भुगतान लंबित पड़ा हुआ है. सबसे ज्यादा बुरी स्थिति मरवाही की है. जहां पर कामगारों के 46.05 लाख रुपये लंबित पड़े हैं.

इसके उलट, अधिकारी-कर्मचारियों को उनका वेतन बराबर मिल रहा है. मरवाही के अलावा, गौरेला में 37.89 लाख रुपये, मस्तूरी में 36.95 लाख रुपया, तखतपुर में 11.93 लाख रुपये, बिल्हा में 11.05 लाख रुपये तथा कोटा में 4.51 लाख रुपये का भुगतान लंबित पड़ा हुआ है.

मनरेगा के तहत बिलासपुर जिला पंचायत को इस वित्तीय वर्ष में 165.28 करोड़ का लक्ष्य मिला है. जिसमें से अब तक 149.18 करोड़ रुपये खर्च किये जा सके हैं. बताया जा रहा है कि पिछले साल वित्तीय वर्ष समाप्त हो जाने के बाद मनरेगा का भुगतान किया गया था.

जिला पंचायत के अधिकारियों का कहना है कि भुगतान बैंक तथा डाकघरों के माध्यम से किया जाता है. कई कामगारों के खातों में गड़बड़ है इसलिये उऩका भुगतान अटका हुआ है.

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