छत्तीसगढ़

अंबेडकर पर बनी फिल्म प्रसारण की मोहताज!

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के आरटीआई कार्यकर्ता के आवेदन से खुलासा हुआ कि भीमराव अंबेटर पर बनी 14 वर्षो से अपने प्रसारण का इंतजार कर रही है. बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन पर बनी फिल्म के 14 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका दूरदर्शन पर प्रसारण नहीं हो सका है. यह फिल्म अंग्रेजी, हिंदी के अतिरिक्त सात अन्य भाषाओं में उपलब्ध है.

यह खुलासा हुआ है सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत दायर एक आवेदन से. छत्तीसगढ़ के आरटीआई कार्यकर्ता रुसेन कुमार ने फिल्म का प्रसारण अनिवार्य रूप से विभिन्न दिवसों एवं राष्ट्रीय पर्वो -गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, डॉ. भीमराव अंडेबकर जन्मदिन 14 अप्रैल, पुण्यतिथि छह दिसंबर- पर किए जाने की मांग की है.

उल्लेखनीय है कि डॉ. भीमराव अंबेडकर स्वतंत्र भारत के प्रथम न्यायमंत्री एवं भारतीय संविधान के शिल्पकार थे.

लेकिन देश के सरकारी टेलीविजन नेटवर्क ने बाबा साहेब के जीवन पर निर्मित फिल्म का एक बार भी प्रसारण नहीं किया है. यह फिल्म अंग्रेजी, हिंदी के अतिरिक्त सात अन्य भाषाओं में उपलब्ध है.

14 अप्रैल, 2015 को उनकी 124वीं जयंती पर भी इसका प्रसारण नहीं किया गया.

यह चौंकाने वाली जानकारी रायगढ़, छत्तीसगढ़ के रूसेन कुमार ने सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत दायर आवेदन के माध्यम से केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय से प्राप्त की है.

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रूसेन कुमार युवा सामाजिक कार्यकर्ता हैं और कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के क्षेत्र में जागरूकता विकास के लिए कार्य कर रहे हैं.

रूसेन कुमार के आरटीआई आवेदन के जवाब में राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड की ओर से प्राप्त पत्र में कहा गया है कि डॉ. जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित फिल्म अग्रेजी एवं हिंदी का निर्माण 1999-2000 में हुआ था.

यह फिल्म केंद्रीय समाज कल्याण, न्याय एवं सहकारिता मंत्रालय तथा महाराष्ट्र सरकार द्वारा सह-निर्मित है. इस फिल्म का कार्यकारी निर्माता राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड, मुंबई है.

यह फिल्म आठ भाषाओं -हिंदी, तमिल, तेलुगू, मराठी, पंजाबी, बंगाली, गुजराती एवं उड़िया में डब की गई. फिल्म का मात्र एक बार तमिल भाषा में डब संस्करण डीडी-5 पर छह दिसंबर, 2012 को प्रसारित हुआ था.

यह फिल्म केंद्रीय समाज कल्याण, न्याय एवं सहकारिता मंत्रालय, भारत सरकार, शास्त्री भवन, नई दिल्ली-110001 के पास उपलब्ध है तथा इसके प्रदर्शन और वितरण का अधिकार भी इसी मंत्रालय के पास है. फिल्म के निर्माण तथा डबिंग पर लगभग 8.95 करोड़ रुपये लागत आई थी.

रूसेन कुमार ने कहा कि उन्होंने “यह फिल्म देखी है. डॉ. जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित यह फिल्म अत्यंत प्रेरणादायी है. यह एक ऐतिहासिक फिल्म है और इसमें आजादी के पूर्व तथा आजादी के बाद के भारत के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक परिदृष्य का बहुत ही प्रभावी एवं यथार्थ वर्णन है.”

उन्होंने कहा, “फिल्म में देश के उन करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा का संदेश भरा है, जो आजादी के 67 वर्ष बीत जाने के बाद भी सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक अवसरों एवं अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं.”

रूसेन कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि फिल्म का प्रसारण महत्वपूर्ण दिवसों एवं राष्ट्रीय पर्वो जैसे- गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, डॉ. भीमराव अंडेबकर जयंती 14 अप्रैल, पुण्य तिथि छह दिसंबर को अनिवार्य रूप से किया जाए.

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