छत्तीसगढ़

छग: भिलाई इस्पात संयंत्र ‘सबले बढ़िया’

नई दिल्ली | संवाददाता: छत्तीसगढ़ स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र लगातार मनाफा देने वाले सेल के इकाईयों में शामिल है. छत्तीसगढ़ के भिलाई में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2013-14 में 2085 करोड़ रुपयो का मुनाफा दिया है. इस प्रकार से भिलाई इस्पात संयंत्र, भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड, सेल सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाला इस्पात कारखाना है. उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढञ के भिलाई में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2012-13 में भी 2048 करोड़ रुपयों का तथा वर्ष 2011-12 में 2715 करोड़ रुपयों का मुनाफा दर्ज किया था. इस्पात और खान राज्य मंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को लोकसभा मे एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.

गोरतलब है कि भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड, सेल के देशभर में 10 संयंत्र हैं जिनमें से वर्ष 2013-14 में इस्को इस्पात संयंत्र पश्चिम बंगाल, एलॉय इस्पात संयंत्र पश्चिम बंगाल, सेलम इस्पात संयंत्र तमिलानाडु, विश्वेश्वरैया लोहा एवं इस्पात संयंत्र कर्नाटक तथा चंद्रपुर फेरो एलॉय संयंत्र महाराष्ट् में वित्तीय घाटा हुआ.

वहीं, भिलाई इस्पात संयंत्र छत्तीसगढ, दुर्गापुर इस्पात संयंत्र पश्चिम बंगाल, राउरकेला इस्पात संयंत्र ओडिशा, बोकारो इस्पात संयंत्र झारखंड तथा सेल रिफ्रेक्टरी यूनिट झारखंड में मुनाफा हुआ है.

उल्लेखनीय है वर्ष 2013-14 में भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड, सेल को 2616 करोड़ रुपयों का मुनाफा हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ का योगदान सबसे ज्यादा रहा है.

भिलाई इस्पात संयंत्र-
दस बार देश का सर्वश्रेष्ठ एकीकृत इस्पात कारखाने के लिए प्रधानमंत्री ट्रॉफी प्राप्त यह कारखाना राष्ट्र में रेल की पटरियों और भारी इस्पात प्लेटों का एकमात्र निर्माता तथा संरचनाओं का प्रमुख उत्पादक है. देश में 260 मीटर की रेल की सबसे लम्बी पटरियों के एकमात्र सप्लायर, इस कारखाने की वार्षिक उत्पादन क्षमता 31 लाख 53 हजार टन विक्रेय इस्पात की है. यह कारखाना वायर रॉड तथा मर्चेन्ट उत्पाद जैसे विशेष सामान भी तैयार कर रहा है.

भिलाई इस्पात कारखाना आईएसओ 9001:2000 गुणवत्ता प्रबन्धन प्रणाली से पंजीकृत है. अतः इसके सभी विक्रेय इस्पात आईएसओ की परिधि में आते हैं.

भिलाई के कारखाने, इसकी बस्ती और डल्ली खानों को पर्यावरण प्रबन्धन प्रणाली से सम्बन्धित आईएसओ 14001 भी प्राप्त है. यह देश का ऐसा एकमात्र इस्पात कारखाना है जिसे इन सभी क्षेत्रों में प्रमाणपत्र मिला है. कारखाने को सामाजिक उत्तरदायित्व निभाने के लिए एसए: 8000 प्रमाणपत्र और व्यावसायिक स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के लिए ओएचएसएएस-18001प्रमाणपत्र भी प्राप्त है. इन अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्य प्रमाणपत्रों के कारण भिलाई के उत्पादों का महत्व और भी बढ़ जाता है तथा इस्पात उद्योग में इसकी गणना सर्वश्रेष्ठ संगठनों में की जाती है.

भिलाई को अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है तथा इसे लगातार तीन वर्ष सीआईआई-आईटीसी सस्टेनेबिलिटी पुरस्कार प्राप्त हुआ है.

One thought on “छग: भिलाई इस्पात संयंत्र ‘सबले बढ़िया’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!