छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में बिजली महंगी हुई

रायपुर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ में सर्विस टैक्स बढ़ने से सोमवार से बिजली महंगी हो गई. महंगी होने के बाद भी बिजली आती-जाती रहती है. एक तो हर चीज महंगी होती जा रही है उस पर यदि बिजली के बिल भी बढ़ने लगे तो लोगों को अंधियारे में रहने की आदत डालनी होगी. उल्लेखनीय है कि आज के जमाने में कूलर, एसी, फ्रीज, मिक्सी, मोबाईल, टीवी, पानी का पंप, कम्प्यूटर सब कुछ बिजली से ही चलता है. केद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की पहली सालगिरह के बाद सर्विस टैक्स बढ़ने सहित प्रदेश में बिजली महंगी होने से उपभोक्ताओं को एक बड़ा झटका लगने वाला है. सोमवार से आमजन ‘अच्छे दिन’ को चुनावी जुमला समझने पर मजबूर हो जाएंगे.

केंद्र के सेवाकर के अलावा छत्तीसगढ़ में लोगों को बिजली का बिल अब नए टैरिफ के अनुसार मिलने लगेगा और घरेलू उपभोक्ताओं को 9 से 14 फीसदी का झटका लगेगा. छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की नई दर घोषित की है, जिससे हर वर्ग के उपभोक्ताओं पर बोझ डाला गया है.

घरेलू बिजली में भी मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं का सर्वाधिक 14 फीसदी का भार आएगा. छत्तीसगढ़ में बिजली 3 रुपये से 6.50 पैसे प्रति यूनिट की दर से तय की गई है. इसके पहले 2 रुपये 70 पैसे प्रति यूनिट की दर पर बिजली उपलब्ध कराई जाती थी. 1 जून से खपत की होने वाली रिडिंग के साथ जारी होने वाला बिल नए टैरिफ के अनुसार होगा.

इधर, सोमवार से ही सर्विस टैक्स को 12.36 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत कर दिया गया है. इस कारण मोबाइल फोन, रेस्तरां, यात्रा, बीमा आदि सेवाएं महंगी हो गई हैं. अब 1 हजार रुपये के मोबाइल पर 140 रुपये अधिक और इसी तरह कार किराया, ब्यूटीपार्लर, पासपोर्ट, जिम, जनरल इश्योरेंस 1000 पर 140 रुपये अधिक देना होगा.

‘अच्छे दिनों’ में 25 लाख के मकान पर 10 हजार रुपये अधिक, रेल के एसी कोच पर 1000 रुपये पर 10 रुपये अधिक तथा हवाई यात्रा पर 1000 रुपये पर 70 रुपय ज्यादा देना होगा.

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