रायपुर

रिश्वत के आरोपी आईएएस का तबादला

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ सरकार ने रिश्वत लेने के आरोपी आईएएस अधिकारी रणवीर शर्मा का तबादला कर दिया है. उल्लेखनीय है कि बुधवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने उन्हे रिश्वत लेते पकड़ा था. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा वर्ष 2012 के रणबीर शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी, भानुप्रतापपुर, कांकेर को अस्थायी रूप से आगामी आदेश पर्यन्त मंत्रालय में अवर सचिव के पद पर पदस्थ कर दिया है. पदस्थापना आदेश गुरुवार को मंत्रालय से सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है.

गौरतलब है कि भानुप्रतापपुर के एसडीएम रणवीर शर्मा को एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक शिकायत के बाद कथित तौर पर जाल बिछाया और उन्हें पकड़ा था.

एसडीएम पर आरोप था कि किसानों की ज़मीन नामांतरण में भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच करते हुये उन्होंने पटवारी से कथित रुप से रिश्वत की मांग की थी. इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई.

उल्लेखनीय है कि भानुप्रतापपुर के पटवारी सुधीर लकरा ने एंटी करप्शन ब्यूरो, जगदलपुर में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उससे एसडीएम रणवीर शर्मा रिश्वत के तौर पर 40 हजार रुपये मांग रहें हैं. सुधीर लकरा ने अपने शिकायत में कहा था कि स्थानीय समाचार पत्रों में उनके खिलाफ छपी खबर के आधार पर एसडीएम रणवीर शर्मा उनसे कार्यवाही न करने के लिये यह रिश्वत मांग रहे थे अन्यथा उनका तबादला सुकमा कर दिया जायेगा.

एसडीएम रणवीर शर्मा द्वारा सुधीर लकरा से अपने भृत्य गणेशराम सोरी के माध्यम से 20 हजार रुपये रिश्वत लेने की बात 1 जुलाई को वाइस रिकॉर्डर पर रिकॉर्ड की गई. 5 जुलाई को जब बाकी के 10 हजार रुपये भृत्य के माध्यम से रिश्वत के तौर पर लिये जा रहे थे उसी समय एंटी करप्शन ब्यूरो ने छापा मारा.

पंचनामा कार्यवाही के दौरान एसडीएम रणवीर शर्मा के भृत्य गणेशराम सोरी ने स्वीकार किया कि उसने साहब के कहने पर यह रकम ली है. इसके अलावा पटवारी ने जस्तावेज पेश करते हुये एंटी करप्शन ब्यूरो को बताया कि एसडीएम रणवीर शर्मा द्वारा उनसे हाल ही में महंगे इलेक्ट्रानिक सामान जैसे गोदरेज का ग्रीलर, माइक्रोओवन, आटोमेटिक वाशिंग मशीन ली थी.

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