छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में नौतपा कब

रायपुर | समाचार डेस्क: छत्तीसगढ़ में गरमी और नौतपा पर बहस जारी है. राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी से आम आदमी, पशु, पक्षी सभी जीव त्रस्त हैं. माना जाता है कि ऐसी गर्मी नौतपा में ही पड़ती है. नौतपा शुरू हो गया या शुरू होने वाला है, इसको लेकर पंडित व ज्योतिष अलग-अलग राय व्यक्त कर रहे हैं. हालांकि पिछले दो दिनों से मौसम में बदलाव आया है और बारिश के कारण लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन एक बड़ा वर्ग मान रहा है कि नौतपा यानी 9 दिनों तक पड़ने वाली भीषणतम गरमी का असर बुधवार से शुरु हो जाएगा.

किसी का कहना है कि नौतपा शुरू हो गया तो कोई कहता है कि अगले हफ्ते शुरू होगा. नौतपा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है और पुरानी मान्यता ध्वस्त हो चुकी है. इसके चलते आम नागरिक भी भ्रमित हैं. सूबे के ज्योतिषी डॉ. दत्तात्रे होसकरे कहते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार तीसरे माह यानी ज्येष्ठ मास में जब भी सूर्य, चंद्र प्रधान रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो उस दिन से नौ दिनों तक सूर्य तेजी से उष्मा विकृत करता है, इसी को नौतपा कहते हैं.

वर्ष 2014 में सूर्य जो है वह 25 मई को दोपहर 1 बजकर 31 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुका है, इसलिए नौतपा भी शुरू हो चुका है और नौतपा 2 जून तक रहेगा. हालांकि 8 जून को दोपहर 11.35 बजे तक सूर्य रोहिणी नक्षत्र में रहेगा, इसलिए उमस व गर्मी से लोग परेशान रहेंगे.

इस बीच नक्षत्रों के अनुसार तीव्र उष्मा निकलेगी और हल्की बारिश होगी. नौतपा के शुरुआती दो दिनों में तेज गर्मी के साथ बारिश की संभावना है. 28 मई को सूर्य प्रधान कृत्रिका नक्षत्र है, जिससे तेज गर्मी का अहसास होगा और शाम को बारिश भी होगी. अंतिम दिन 2 जून को शनि प्रधान पुष्य नक्षत्र है जिसके प्रभाव से तेज हवा चलेगी और गर्मी भी पड़ेगी.

छत्तीसगढ़ से निकलने वाले देव पंचांग के संपादक पं. लक्ष्मीकांत शर्मा कहते हैं कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिग के चलते भौगोलिक स्थिति व पर्यावरण में विपरीत प्रभाव पड़ने लगा है. आज से सैकड़ों-हजारों साल पहले शास्त्रों में जो मान्यता थी, वह अब पर्यावरण के दुष्प्रभाव के कारण धीरे-धीरे खत्म होती जा रही है.

शास्त्रों में मान्यता थी कि ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा से लेकर तीज या चौथ तक जब आद्र्रा नक्षत्र पड़ता था, तब उसके अगले 10 नक्षत्र तक यानी स्वाति नक्षत्र तक तेज गर्मी पड़ती थी और जीव-जंतु व्याकुल हो जाते थे. इस हिसाब से नौतपा की शुरुआत हिंदू संवत्सर के ज्येष्ठ शुक्ल प्रतिपदा और अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 30 मई को रात्रि 9 बजकर 8 मिनट से हो रही है जो अगले 10 नक्षत्रों तक यानी 9 जून तक अपना प्रभाव दिखाएगा.

पर्यावरण में आए परिवर्तन के चलते अब नौतपा की परिभाषा ही बदल गई है. जिस तरह अभी गर्मी पड़ रही है, उसे देखते हुए तो लगता है कि नौतपा शुरू हो गया, मगर पुरानी मान्यताओं को मानें तो अभी नौतपा शुरू नहीं हुआ है. इस तरह जानकार अपना अलग-अलग मत व्यक्त कर रहे हैं, इसको लेकर लोग भी भ्रमित हो रहे हैं. लेकिन इन तमाम दावों से अलग यह जानना दिलचस्प है कि राज्य के मौसम वैज्ञानिक ऐसे किसी भी नौतपा जैसी स्थितियों से इतेफाक नहीं रखते.

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