रायपुर

छत्तीसगढ़: नन के गुनहगार आजाद हैं

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ में शनिवार रात को नन के साथ दुष्कर्म की कोशिश करने वाले अब तक आजाद हैं. उल्लेखनीय है कि शनिवार रात को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एक नन के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की गई थी परन्तु घटना के 48 घंटों बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. राजधानी की पुलिस का दावा है कि मामला यौन उत्पीड़न का है रेप का नहीं. रायपुर रेंज के आईजी पुलिस जीपी सिंह ने कहा, ” गैंग रेप का कोई सबूत नहीं है, यह यौन उत्पीड़न का मामला है.”

रायपुर के पुलिस अधीकक्ष बीएन मीणा ने कहा, ” नन की चिकित्सीय जांच से भी रेप के कोशिश की पुष्टि हुई है. हमने नन के बयान के आधार पर धारा 376 का केस दर्ज कर लिया है.” उन्होंने कहा कि कुछ संदिग्धों से पूछताछ जारी है.

उधर, छत्तीसगढ़ क्रिस्चियन फोरम तथा कांग्रेस ने इसे राज्य में अल्पसंख्यकों पर हमला करार दिया है. कैथोलिक बिशप कांफ्रेंस ऑफ इंडिया ने अपने बयान में इस घटना से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ तथा केन्द्र सरकार से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की है.

उल्लेखनीय है कि राजधानी के एक मिशनरी अस्पताल में अधेड़ नर्स के साथ रविवार तड़के दो नकाबपोशों ने उसके आवास में घुसकर दुष्कर्म करने की कोशिश की. इस घटना के बाद पूरी राजधानी गुस्से में है. ईसाई समुदाय ने घटना के खिलाफ मौन जुलूस निकाला था. जुलूस राजभवन की ओर जा रहा था, तभी जिला पुलिस ने उसे रास्ते में काली मंदिर के पास रोक दिया. ईसाई समुदाय ने इस घटना के आरोपियों को 72 घंटे के भीतर पकड़ने की चेतावनी दी है.

पुलिस के अनुसार, पंडारी इलाके में स्थित अस्पताल में कार्यरत 48 वर्षीय नर्स ने आरोप लगाया है कि तड़के चार बजे दो नकाबपोश व्यक्ति उसके आवास में घुसे और उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की.

पुलिस ने कहा कि लेकिन नर्स दोनों से भिड़ गई और इसके बाद वे दोनों वहां से भाग गए. नर्स की शिकायत पर एक मामला दर्ज कर लिया गया है.

मिशनरी अस्पताल में नन के साथ हुई इस घटना के बाद राजधानी सहित पूरे प्रदेश में गुस्सा है. राजनीति के साथ ही सामाजिक संगठनों ने इस घटना के विरोध में कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है.

कांग्रेस ने इस घटना के आरोपियों को पकड़े जाने व सुरक्षा व्यवस्था की नाकामियों के विरोध में रायपुर बंद की चेतावनी दी है.

आईजी जीपी सिंह ने बताया कि घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी और मामले की जांच के लिए एएसपी (अपराध) अजातशत्रु बहादुर और एएसपी सिटी, नीरज चंद्राकर के नेतृत्व में पुलिस की दो टीमें गठित करने का निर्देश दिया गया है.

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