कृषि

छत्तीसगढ़: दलहन उत्पादन बढ़ा

छत्तीसगढ़ में दलहनी फसलों के रकबे एवं उत्पादन में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हो रही है. दलहन की पैदावार बढ़ने से इस क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है. यहां के किसान रबी मौसम में दलहनी फसलों की खेती करते हैं. कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का फायदा लेकर प्रदेश के किसान अब धान के साथ-साथ दलहनी फसलों की खेती में भी रूचि ले रहे हैं. दलहनी फसलों में मुख्य रूप से चना, तिवरा (लाखड़ी), मटर, मसूर, मूंग, उड़द, कुल्थी सहित अन्य फसलें ली जाती है. छत्तीसगढ़ में चना के बाद तिवरा की खेती सबसे अधिक होती है. कुल दलहन में 42 प्रतिशत चना और 40 प्रतिशत लाखड़ी का उत्पादन होता है.

वर्ष 2012-13 में प्रदेश में छह लाख 43 हजार 550 हेक्टेयर में दलहनी फसलें बोयी गई थी. इस वर्ष चार लाख 78 हजार 650 मीटरिक टन दलहन की उपज हुई. वर्ष 2013-14 में छह लाख 48 हजार 400 हेक्टेयर में किसानों ने दलहनी फसलें लगाई थी. वर्ष 2013-14 में चार लाख नौ हजार 160 मीटरिक टन दलहन की पैदावार हुई. वर्ष 2014-15 में दलहनी फसलों का रकबा बढ़कर आठ लाख 43 हजार 440 हेक्टेयर हो गया. इसी प्रकार उत्पादन बढ़कर सात लाख 810 मीटरिक टन तक पहुंच गया.

इस अवधि में दलहन उत्पादकता में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है. वर्ष 2012-13 में औसत रूप से प्रति हेक्टेयर 744 किलोग्राम उत्पादन हुआ था, जबकि वर्ष 2014-14 में यह आंकड़ा प्रति हेक्टेयर 831 किलोग्राम हो गया. छत्तीसगढ़ में किसान दलहनी फसलों में सबसे अधिक चने की खेती करते हैं. किसानों ने वर्ष 2013-14 में दो लाख 67 हजार 830 हेक्टेयर, वर्ष 2013-14 में दो लाख 89 हजार 760 हेक्टेयर तथा वर्ष 2014-15 में तीन लाख 56 हजार 520 हेक्टेयर में चने की खेती की थी. 2012-13 में तीन लाख 31 हजार 860 हेक्टेयर, वर्ष 2013-14 में तीन लाख 15 हजार 270 हेक्टेयर तथा वर्ष 2014-15 में तीन लाख 38 हजार 220 हेक्टेयर में लाखड़ी की उतेरा खेती की गई.

छत्तीसगढ़ में बेमेतरा जिले में दलहनी फसलों की सबसे अधिक खेती की जाती है. बेमेतरा जिले में वर्ष 2012-13 में एक लाख 19 हजार 560 हेक्टेयर, वर्ष 2013-14 में एक लाख 31 हजार 140 हेक्टेयर तथा वर्ष 2014-15 में एक लाख 3 हजार 190 हेक्टेयर में किसानों ने दलहनी फसलें लगायी.

प्रदेश के दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा जिले में सबसे कम दलहनी फसलें ली जाती है. केन्द्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय कृषि कर्मण पुरस्कार के लिए दलहन श्रेणी में छत्तीसगढ़ राज्य का चयन वर्ष 2014-15 के लिए किया गया है. राज्य में वर्ष 2014-15 में आठ लाख 43 हजार 440 हेक्टेयर रकबे में दलहनी फसलों की खेती की गई. इसमें लगभग सात लाख 810 मीटरिक टन की पैदावार मिली, जो वर्ष 2013-14 में तुलना में 39 प्रतिशत अधिक है.

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