छत्तीसगढ़

‘तरुण दा’ का निधन

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तरुण चटर्जी का रविवार तड़के निधन हो गया. उन्हें सुबह-सुबह दिल का दौरा पड़ा तथा अस्पताल ले जाने से पहले ही उनका निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार सोमवार को होगा. रायपुर तथा राजनीति में ‘तरुण दा’ के नाम से जाने जाने वाले तरुण चटर्जी के घर हर कालीपूजा के दिन धूमधाम रहती थी. कालीपूजा वे श्रद्धा के साथ कराते थे तथा हजारों लोग उसका भोग खाने आते थे.

तरुण चटर्जी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 1978 में रायपुर के पार्षद के रूप में शुरु की थी. वे राजातालाब से पार्षद बने थे. साल 1979 से लेकर 1987 तक वे रायपुर शहर कांग्रेस कमेची के अध्यक्ष पद पर रहें.

1980 में तरुण चटर्जी पहली बार रायपुर ग्रामीण क्षेत्र से विधायक बने. 1983 से 1985 तक वे रायपुर नगर निगम के महापौर रहें हैं.

1989 में तरुण चटर्जी दूसरी बार रायपुर ग्रामीण सीट से विधायक बने. इसके बाद 1993 में तीसरी बार तथा 1998 में वे चौथी बार रायपुर ग्रामीण क्षेत्र के विधायक बने. 1999 में तरुण चटर्जी फिर से रायपुर नगरनिगम के महापौर निर्वाचित हुये.

तरुण चटर्जी 29 जनवरी 2002 से दिसंबर 2003 तक छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री रहें हैं.

साल 2000 से 2004 तक वे भारत स्काउट एंड गाइड के राज्य के मुख्य आयुक्त रहे हैं.

लंबे समय से वे बीमार रहने के कारण राजनीति में पहले के समान सक्रिय नहीं रहें.

उनके निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, पीपीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल एवं नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ने गहरी संवेदना प्रकट की है.

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