छत्तीसगढ़

छग नसबंदी कांड में 4 चिकित्सक निलंबित

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने नसबंदी कांड के आरोपी 4 चिकित्सकों को निलंबित कर दिया है. इनके अलावा छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य सेवा के संचालक कमलप्रीत सिंह को भी हटाया गया है. इन चिकित्सकों में परिवार कल्याण कार्यक्रम के राज्य समन्वयक डॉ. के.सी. ओराम, बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एससी भांगे, तखतपुर के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रमोद तिवारी और एक सरकारी सर्जन डॉ. आरके गुप्ता शामिल हैं.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के पेंडारी गांव में शनिवार को नसबंदी के बाद मंगलवार तक 11 महिलाओं की मौत हो चुकी है. जानकारों का मानना है कि यह मौते इंफेक्शन से हो सकती हैं. उल्लेखनीय है कि सरकारी कार्यक्रम के तहत पेंडारी में 83 महिलाओं की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की गई थी.

मंगलवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह सवेरे मुख्य सचिव विवेक ढ़ांढ के साथ बिलासपुर पहुंचे. रमन सिंह ने अपोलो अस्पताल सहित छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान से सम्बद्ध शासकीय जिला अस्पताल जाकर उन महिलाओं से मुलाकात की, जिन्हें तखतपुर विकासखंड के ग्राम पेण्डारी में शनिवार को आयोजित शिविर में नसबंदी के दौरान गंभीर स्वास्थ्यगत कारणों से बिलासपुर के इन अस्पतालों में भर्ती किया गया है. मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं के परिवारजनों से भी मुलाकात की और उन्हें विश्वास दिलाया कि बीमार महिलाओं का बेहतर से बेहतर इलाज राज्य शासन द्वारा करवाया जा रहा है. डॉ. सिंह ने अस्पतालों के डॉक्टरों को इन महिलाओं के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घोषणा की कि नसबंदी के बाद मृत महिलाओं के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता दी जायेगी. इसके अलावा गंभीर रूप से पीड़ित मरीजो के परिजनों को 50-50 हजार रुपयों की सहायता दी जायेगी.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोमवार को ही इस नसबंदी कांड के जांच के आदेश दे दिये थे. उधर मंगलवार को बिलासपुर आये छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह का कांग्रेसियों ने विरोध किया.

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