कलारचना

सिगरेट, सनी लियोन और विज्ञापन

मुंबई| संवाददाता: सिगरेट और सनी लियोन का क्या संबंध है? इस बात को समझना हो तो आपको सिगरेट छोड़ने के नाम पर बनाये गये उस विज्ञापन को देखना चाहिये, जो इन दिनों चर्चा में है. असल में विज्ञापन तो धुम्रपान के खिलाफ है लेकिन इस विज्ञापन के सहारे जो कुछ कहा जा रहा है, वह अपने आप में एक विद्रुप मजाक से अधिक कुछ भी नहीं है.

इस विज्ञापन में आलोक नाथ का जवान बेटा बने दीपक डोबरियाल मृत्यु शैय्या पर पड़े हैं और उनकी अंतिम इच्छा सनी लियोन के साथ समय गुजारने की है. सनी लियोन अंतिम समय में पहुंचती हैं और दीपक उनसे मिलने के तुरंत बाद मर जाते हैं.

विज्ञापन के स्क्रीन पर उभरता है-‘एक सिगरेट आपकी जिंदगी के 11 मिनट कम करती है. अगली सिगरेट पीने से पहले सोचें कि कहीं यह आपसे आपकी अंतिम इच्छा भी न छीन ले.’

जाहिर है, इस विज्ञापन का ज्यादा जोर इस बात पर नहीं है कि हमें सिगरेट नहीं पीना चाहिये. या विज्ञापन यह भी नहीं कहता कि सिगरेट पी कर भरी जवानी में मरना सही नहीं है. असल में यह विज्ञापन साफ-साफ संदेश देता है कि जीवन में सबसे बड़ा अफसोस सनी लियोन के साथ एक रात न बिता पाना है. सिगरेट-विगरेट जाये भांड़ में.असल में बाज़ार ने जिस तरीके से हमारी तमाम संवेदनाओं को अपने तरीके से परिभाषित किया है, यह विज्ञापन उसी का नमूना है.

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