राष्ट्र

स्वच्छता के शपथ पत्र के अंश

नई दिल्ली | एजेंसी: पीएम मोदी ने ‘स्वच्छ भारत मिशन’ की शुरुआत के बाद राजपथ पर लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलाई. शपथ के अंश इस प्रकार हैं:

महात्मा गांधी ने जिस भारत का सपना देखा था उसमें सिर्फ राजनीतिक आजादी ही नहीं थी, बल्कि एक स्वच्छ और विकसित देश की कल्पना भी थी.

महात्मा गांधी ने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर मां भारती को आजाद कराया.

अब हमारा कर्त्वय है कि गंदगी को दूर करके भारत माता की सेवा करें.

मैं शपथ लेता हूं कि मैं स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहूंग और उसके लिए समय दूंगा.

मैं वर्ष के 100 घंटे यानी सप्ताह के दो घंटे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करूंगा.

मैं न गंदगी करूंगा और न किसी और को करने दूंगा.

सबसे पहले मैं स्वयं से, मेरे परिवार से, मेरे मुहल्ले से, मेरे गांव से एवं मेरे कार्यस्थल से शुरुआत करूंगा.

मैं यह मानता हूं कि दुनिया के जो भी देश स्वच्छ दिखते हैं उसका कारण यह है कि वहां के नागरिक गंदगी नहीं करते और न ही होने देते हैं.

इस विचार के साथ मैं गांव-गांव और गली-गली स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करूंगा.

मैं आज जो शपथ ले रहा हूं, वह अन्य 100 व्यक्तियों से भी करावाऊंगा.

वे भी मेरी तरह स्वच्छता के लिए 100 घंटे दें, इसके लिए प्रयास करूंगा.

मुझे मालूम है कि स्वच्छता की तरफ बढ़ाया गया मेरा एक कदम पूरे देश को स्वच्छ बनाने में मदद करेगा.

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