नोटबंदी: रायपुर में छंटनी शुरू
रायपुर | संवाददाता: नोटबंदी के बाद छाई छंटनी के साये में रायपुर औद्योगिक क्षेत्र से 6 हजार से ज्यादा छंटनी की गई है. पहले से ही यह माना जा रहा था कि नोटबंदी का कुप्रभाव समाज के सबसे निचले तबके पर ज्यादा पड़ेगा.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के औद्योगिक क्षेत्र उरला एवं सिलतरा से 6 हजार से ज्यादा मजदूर-कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है. उनसे कहा गया है कि स्थिति सामान्य होने पर उन्हें वापस बुला लिया जायेगा.
मजदूर-कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजते वक्त उन्हें पुराने नोटों से भुगतान किया गया है. अब कर्मचारियों को बैंकों में लाइन लगाकर उन्हें बदलवाना पड़ेगा.
उधर, वर्तमान में जारी संकट पर चर्चा करने के लिये दो दर्जन से ज्यादा उद्योग संघों की बैठक 14 तारीख को चेम्बर भवन में बुलाई गई है. नोटबंदी का सबसे ज्यादा प्रभाव मिनी स्टील प्लांट तथा सीमेंट उद्योग पर पड़ा है.
दरअसल, बिक्री घट जाने के कारण उरला-सिलतरा के उद्योगों को अपना उत्पादन कम करना पड़ रहा है. इसलिये उन्हें उत्पादन तथा उसके परिवहन में लगे मजदूरों-कर्मचारियों की जरूरत नहीं रह गई है. पिछले 10 दिनों में ही इन 6 हजार से ज्यादा की छंटनी की गई है.
गौरतलब है कि उरला-सिलतरा औद्योगिक क्षेत्र में करीब 40 हजार लोग काम करते हैं.
उधर, छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज से संबंध्द उद्योग चेम्बर के अनिल नचरानी का कहना है कि खरीददार नहीं आ रहें हैं. इससे फैक्ट्रियों में माल डंप पड़ा है. 10-15 फीसदी कर्मचारियों की छनी हो चुकी है.
Pingback: संघ ने माना नोटबंदी से उद्योग बंदी