छत्तीसगढ़बस्तर

12 हेलीकाप्टर से की जाएगी निगरानी

जगदलपुर | एजेंसी: बस्तर में चुनाव के दौरान एमआई 17 समेत अत्याधुनिक हथियारों से लैस 12 हेलीकाप्टरों से हवाई निगरानी की जाएगी. प्रत्येक नक्सली इलाकों में देश के नामी गिरामी सुरक्षा बलों समेत एलओसी के हजारों पराक्रमी जवान तैनात किए जा रहे हैं.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान नक्सलियों द्वारा हिंसक वारदातों को अंजाम दिए जाने की आशंका के मद्देनजर बस्तर पुलिस ने नए सिरे से सुविचारित रणनीति के तहत सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं. बस्तर के सीमावर्ती प्रांत की सीमाएं सील कर, समूचे संभाग में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है.

बस्तर आईजी अरूण देव गौतम ने बताया कि बस्तर संभाग के सीमावर्ती राज्यों आंध्र उड़ीसा एवं महाराष्ट्र के सीमाई इलाकों समेत नक्सल प्रभावी इलाकों में सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीएएफ एवं एसटीएफ के जवान मुस्तैदी से गश्त कर रहे हैं. चुनाव निर्विध्न संपन्नता के नजरिए से हजारों जवानों को जंगल के संभावित इलाकों में रवाना किया गया है.

इसके साथ ही हेलीकाप्टर से हवाई निरीक्षण कर संदिग्ध ठिकानों की खोजबीन की जा रही है. जंगल में नक्सलियों से कारगर एवं प्रभावी ढंग से निपटने गुरिल्लावार युद्ध में दक्ष जवानों की तैनाती की गयी है. प्रत्येक जिला मुख्यालयों में क्वीक एक्शन के लिए हेलीकाप्टर समेत अतिरिक्त फोर्स तैनात रहेगी, जिसका आपात स्थितियों में सदुपयोग किया जाएगा.

समूचे सुरक्षा बलों को निरंतर सचिर्ंग कर, कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. संभाग के हरके जिले में सादे वेश में खुफिया पुलिसकर्मियों को निगरानी रखने की हिदायत दी गयी है. उन्होंने बताया कि अति संवेदनशील इलाकों में बारूदी सुरंग एवं प्रेशर बम विस्फोट की गंध सूंघने डाग स्क्वायड का इस्तेमाल किया जा रहा है साथ ही बम निरोधक दस्तों को भी विशेष हिदायत के साथ गहन तलाशी व छानबीन की जवाबदेही सौंपी गयी है.

उन्होंने कहा कि रात में उत्पन्न खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को एनबीडी अर्थात नाईट विजन चश्मे प्रदान किए गए हैं. कुल मिलाकर इस दफे देश की सीमा पर दुश्मनों से लोहा ले रही फ ोर्स एलओसी को युद्ध सरीखे हालात से निपटने जैसे अत्याधुनिक अस्त्र-शस्त्रों से सुसज्जित किया गया है.

गौतम ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा सीमावर्ती राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से सतत संपर्क स्थापित कर नित नए समीकरणों की जानकारी आदान-प्रदान की जा रही है. छत्तीसगढ़, आंध्र, उड़ीसा एवं महाराष्ट्र के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से निरंतर संपर्क बना हुआ है.

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