खेल

आकड़ो में फीफा विश्व कप

नई दिल्ली | एजेंसी: फीफा 2014 के सफर की शुरुआत में इस सप्ताह औसतन 2.9 गोल हुए हैं. इसके अलावा प्रत्येक मैच में औसतन इतने ही पीले कार्ड दिखाए गये हैं. पेश हैं ऐसे ही कुछ रोचक आंकड़े :

-अब तक खेले गए 23 मैचों में औसतन 2.9 गोल हुए हैं. 14 जून को नीदरलैंड्स ने स्पेन को 5-1 के अंतर से हराया था, यह किसी टीम की अब तक की सबसे बड़ी जीत है.

-अब तक 0.2 के औसत से लाल कार्ड दिखाए गए हैं जबकि प्रति मैच 2.9 पीले कार्ड दिखाए गए. लाल कार्ड दिखाए जाने पर खिलाड़ी उस मैच तथा एक अन्य मैच के लिए बाहर हो जाता है. दो बार पीला कार्ड दिखाया जाना लाल कार्ड के बराबर है.

-फ्रांस और होंडूरास के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान अनुशासनहीनता के सबसे अधिक सात मामले सामने आए थे. फ्रांस ने वह मैच 3-0 से जीता था. इस मैच में छह पीले कार्ड दिखाए गए. एक मौके पर एक खिलाड़ी को दो बार पीला कार्ड दिखाया गया.

-प्रत्येक टीम ने औसतन 389 पास दिए. बीते संस्करण का खिताब जीतने वाली स्पेन की टीम ने सबसे अधिक 1145 पास दिए. इसमें 411 छोटे पास, 648 औसत पास और 86 लम्बे पास शामिल हैं. स्पेन का टूर्नामेंट औसत 559 रहा लेकिन इतनी अच्छी पासिंग के बावजूद यह टीम खिताब की दौड़ से बाहर हो चुकी है.

-कोलम्बिया की टीम ने ग्रुप-सी में खेलते हुए लगातार दो मैच जीते हैं. कोलम्बिया ने विपक्षी टीमों के 66 हमलों को नाकाम किया. इस टीम के डिफेंडरों ने सीधे तौर पर आठ गोल बचाए.

-आइवरी कोस्ट की टीम ने सबसे अधिक 34 बार विपक्षी टीमों के गोलपोस्ट पर हमला किया. यह टीम गुरुवार को कोलम्बिया से ग्रुप-सी में हार गई. इसने हालांकि अपने पहले मैच में जापान को हराया था. 34 में से तीन मौकों पर आइवरी कोस्ट को गोल करने में सफलता मिली.

-व्यक्तिगत गोलों की बात की जाए तो जर्मनी थॉमस म्यूलर ने अब तक एक मैच में तीन गोल किए हैं. म्यूलर ने पुर्तगाल के खिलाफ शानदार हैट्रिक लगाई थी.

-चिली के गोलकीपर क्लाउडियो ब्रावो ने अब तक 9 गोल बचाए हैं. उन्होंने अपनी टीम के खिलाफ अब तक सिर्फ एक गोल होने दिया है. उनकी सफलता का प्रतिशत 90 है.

-उरुग्वे के एल्वारो परेरा ने अब तक दो मैचों में सबसे अधिक 9078 मीटर दौड़ लगाई है. इस दौरान उनकी अधिकतम रफ्तार 33.1 किलोमीटर प्रति घंटे रही है.

-जापान के होतारू यामागुची ने दो मैचों में 129 पास दिए हैं. इस दौरान उनके 92.1 फीसदी पास सटीक रहे हैं. इसमें से 65 फीसदी पास औसत दूरी वाले रहे हैं.

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