राष्ट्र

मुनक नहर सेना के नियंत्रण में

चंडीगढ़ | समाचार डेस्क: सेना द्वारा जाट आंदोलनकारियों को खदेड़कर मुनक नहर को अपने नियंत्रण में लेने से दिल्ली को राहत मिली है. उल्लेखनीय है कि हरियाणा की मुनक नहर से दिल्ली के कई हिस्सों को जलापूर्ति होती है. यह जलापूर्ति जाट समुदाय द्वारा सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में जाटों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर जारी आंदोलन की वजह से फिलहाल बंद है. इसी के साथ सेना ने व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-1 पर यातायात बहाल कराया. आंदोलन के उग्र तेवर को देखते हुए हरियाणा के कई स्थानों पर लगाए गए कर्फ्यू में भी सोमवार को ढील दी गई. यहां पुलिस सूत्रों ने कहा कि सैन्य अधिकारियों ने हरियाणा की मुनक नहर को अपने नियंत्रण में ले लिया है और यहां से दिल्ली को होने वाली जलापूर्ति शुरू कराने की कोशिशें की जा रही हैं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, “मुनक नहर की हिफाजत करने के लिए सेना और केंद्र का धन्यवाद. दिल्ली के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है.”

कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि सोमवार सुबह सुरक्षाबलों ने कुछ जगहों से जाट आंदोलनकारियों को खदेड़ने के बाद दिल्ली और अंबाला के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर यातायात बहाल करा दिया. वहीं, कुछ प्रदर्शनकारी स्वयं ही पीछे हट गए.

हिंसाग्रस्त रोहतक, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, भिवानी, जिंद, कैथल और हिसार में भी अन्य राजमार्गो पर यातायात बहाल कराया जा रहा है.

पुलिस सूत्रों ने कहा कि जाट आंदोलनकारियों का सोमवार को भी कुछ सड़कों व रेलवे पटरियों पर अवरोध उत्पन्न करना जारी है. उन्हें वहां से हटाने और यातायात बहाल कराने की कोशिशें जारी हैं.

अधिकारियों ने कहा कि रोहतक कस्बे में जारी कर्फ्यू में सोमवार को एक घंटे के लिए ढील दी गई. हिसार व हांसी कस्बे से कर्फ्यू हटा दिया गया है.

पिछले तीन दिनों से सोनीपत और पानीपत जिलों में राजमार्ग पर आंदोलनकारियों के जमे होने की वजह से एनच-1 पर हजारों लोग और वाहन फंसे हुए हैं. इस वजह से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर और चंडीगढ़ राजमार्ग का आपस में संपर्क टूट गया है.

वहीं, रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली-अंबाला और दिल्ली-बठिंडा सेक्शन पर ट्रेन यातायात बहाल कराने में अभी कुछ और समय लग सकता है, क्योंकि पहले पटरियों की मरम्मत और निरीक्षण करना पड़ेगा. आंदोलनकारियों ने अलग-अलग जगहों पर रेल पटरियां उखाड़ दी थीं.

क्षेत्र में जारी जाट आंदोलन की वजह से रेल अधिकारियों ने करीब 900 ट्रेनें रद्द कर दी गई.

पुलिस अधिकारियों ने सुबह में कहा कि राज्य में बीते 12 घंटों में अवरोध उत्पन्न करने के अलावा किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है.

कुछ प्रदर्शनकारियों ने सोमवार तड़के अपने ठिकानों की ओर लौटना शुरू कर दिया.

भारतीय जनता पार्टी ने जाट समुदाय को आरक्षण देने का वादा किया है और आश्वासन दिया है कि हरियाणा विधानसभा में अगले सत्र में इस बाबत एक विधेयक लाया जाएगा. जाट समुदाय के नेताओं ने आंदोलनकारियों से आंदोलन खत्म करने की अपील की है.

जाट आरक्षण आंदोलन का रविवार को आठवां दिन था. इस दौरान अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है और 150 से ज्यादा घायल हुए हैं.

सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार अपराह्न् चंडीगढ़ में एक कैबिनेट बैठक बुलाई है. बैठक में जाटों के लिए आरक्षण और राज्य के मौजूदा हालात पर विचार-विमर्श किया जाएगा.

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