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जूलियन को हेग अदालत जाना पड़ेगा

इक्वोडोर | एजेंसी: लंदन के इक्वोडोर दूतावास में शरणागत जूलियन असांज को हेग के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में ले जाने के लिये विचार किया जा रहा है. ऐसा इक्वोडोर के विदेश मंत्री रिकाडरे पैटिनो ने कहा है.

ज्ञात्वय रहे कि असांज इक्वोडोर से राजनीतिक शरण मिलने के बाद दूतावास में एक साल से अधिक समय से टिके हुए हैं. लेकिन ब्रिटेन ने देश से निकलने का सुरक्षित रास्ता देने से इंकार कर दिया है.

पैटिनो ने सरकारी गामा टीवी से कहा, “आगामी महीनों में अन्य संभावनाएं तलाशने के बारे में हम गंभीरता से विचार कर रहे हैं, क्योंकि हम कूटनीति अपना रहे हैं और एक के बाद दूसरा प्रस्ताव कर रहे हैं, लेकिन कुछ सफल नहीं हो रहा है.”

यह पूछे जाने पर कि इक्वोडोर के पास अन्य विकल्प क्या हैं, पैटिनो ने कहा, “उदाहरण के तौर पर मामले को लेकर अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय जाने का.”

पैटिनो ने जोर देकर कहा कि यह बिल्कुल अस्वीकार्य है कि असांज लगभग डेढ़ साल बाद भी इक्वोडोर के दूतावास में पड़े रहें.

पैटिनो ने कहा कि गतिरोध का कोई कानूनी, राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान निकालने में ब्रिटेन ने कोई रुचि नहीं दिखाई है.

उल्लेखनीय है कि असांज ने स्वीडन प्रत्यर्पित किए जाने से बचने के लिए दूतावास में शरण ले रखी है. वहां यौन प्रताड़ना के दो मामलों में पूछताछ के लिए वह वांछित हैं और उन्हें अमेरिकी प्रशासन को भी सौंपा जा सकता है.

गौर तलब है कि असांज, अपनी वेबसाइट के जरिए अमरीका से संबंधित हजारों गोपनीय और शर्मसार करने वाले दस्तावेज व वीडियो सार्वजनिक कर चुके हैं. जिससे अमरीका को खासी मुसिबतो का सामना करना पड़ रहा है. अमरीका चाहता है कि असांज को अमरीकी कोर्ट में घसीटा जाये लेकिन वह इसमें सफल नही हो पाया है.

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