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करण जौहर ने दर्शक को बताया रेपिस्ट

मुंबई | संवाददाता: फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर भी उन बदजुबान लोगों में शामिल हो गये हैं, जो अपना आपा खो देते हैं और धनपशुओं की तरह कुछ भी बकने लग जाते हैं. भारतीय सिनेमा को 100 वर्ष पूरे होने पर सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से दिल्ली के सीरी फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित किए गये समारोह में एक दर्शक के सवाल पर भड़के करण जौहर ने उस दर्शक को रेपिस्ट कह डाला. यहां तक कि संविधान को लेकर भी वे भड़के हुये नजर आये.

इस आयोजन में करण जौहर ने कहा कि उन्हें डर है कि अमीश त्रिपाठी के उपन्यास ‘इमोर्टल्स ऑफ मेलुहा’ पर बन रही मेरी फिल्म को रिलीज के दौरान विरोध प्रदर्शन न झेलने पड़े. हो सकता है कि फिल्म की रिलीज के वक्त उन्हें भारत ही छोड़ना पड़ जाए क्योंकि अतिवादी लोगों का कोई भरोसा नहीं है. करण जौहर ने तो यह तक कह दिया कि भारतीय संविधान उन्हें लोकतंत्र देने की बात करता है लेकिन भारत में उन्हें कभी लोकतंत्र नहीं मिला है.

करण जौहर ने कहा कि सरकार से लेकर सत्ता में बैठे लोगों के बाद अब छोटे-बडे़ नेता और यहां तक कि एनजीओ भी हमें ईजी टारगेट मानने लगे हैं. फिल्म का विरोध करके हर कोई मीडिया में हाइलाइट होना चाहता है.

एक दर्शक ने सवाल किया कि एक दशक पहले तक फिल्म में हीरोइन चरित्रवान महिला का किरदार निभाती थी और अपनी एक्टिंग के दम पर प्रसंशा हासिल करती थी लेकिन आजकल की हिरोइनें एक्टिंग बाद में करती हैं, कपड़े पहले उतार देती हैं. इस सवाल पर फिल्मकार जोया अख्तर ने कहा कि आप ऐसी फिल्मों के टिकट लेना बंद कर देंगे तो ऐसी फिल्में बनना बंद हो जाएंगी. वहीं एक दर्शक ने जब हालिया बलात्कार की घटनाओं को फिल्मों से जोड़ा तो करण जौहर ने अपना आपा खोते हुए उस दर्शक से कहा कि ‘यू आर द रेपिस्ट’.

इसके बाद पूरा आयोजन गड़बड़ाने लगा. हालत ये हुई कि समारोह के दौरान फिल्म बांबे टॉकीज की स्क्रीनिंग भी की जानी थी लेकिन अंतिम वक्त पर स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई.

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