राष्ट्र

मोदी के ‘आदर्श ग्राम’ में होगा विकास

नई दिल्ली | एजेंसी: प्रधानमंत्री मोदी के आदर्श ग्राम में विकास होगा तथा आत्मविश्वास होगा. शनिवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में इस आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे भी वाराणसी के लिए एक गांव का चयन करना होगा और इसके लिए मुझे कुछ सुझाव मिले हैं. मैं वहां जाऊंगा, इस पर चर्चा करूंगा और फिर निर्णय लूंगा”. गौरतलब है कि आदर्श ग्राम योजना में हर सांसद वर्ष 2019 तक तीन गांवों में बुनियादी एवं संस्थागत ढांचा विकसित करने की जिम्मेदारी उठायेंगे. इसके तहत मार्च 2019 तक तीन आदर्श गांवों को विकसित करने का लक्ष्य है, जिनमें से एक आदर्श गांव को वर्ष 2016 तक विकसित किया जाना है. इसके बाद पांच ऐसे आदर्श गांवों का चयन किया जाएगा और उनके विकास के काम को वर्ष 2024 तक अंजाम दिया जाएगा.

सांसदों से एक-एक गांव गोद लेने और उसके विकास के लिए काम करने की अपील करते हुए मोदी ने कहा, “सांसद चाहे जिस भी पार्टी के हों, उन्हें अंतत: लोगों के बीच और उनके लिए ही काम करना है.”

शहारों से निर्वाचित होने वाले सांसदों से प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अपने शहरी निर्वाचन क्षेत्र से सटे गांव को गोद लें. उन्होंने कहा, “सांसद अपने राज्य में भी किसी गांव का चयन कर सकते हैं.. यह कोई धन संबंधित योजना नहीं है. यह लोगों की योजना है और इसमें लोगों तथा सांसदों की भागीदारी आवश्यक है.” उल्लेखनीय है प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले ‘स्वच्छ भारत योजना’, ‘मेक इन इंडिया’ तथा ‘डिजीटल भारत’ जैसे अभिनव योजना की शुरुआत की है.

error: Content is protected !!