राष्ट्र

मनमोहन भड़के, भाजपा ने चाहा चुनाव

नई दिल्ली | एजेंसी: शुक्रवार को सदन मे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा पर जमकर कटाक्ष कसा कि “प्रमुख विपक्षी दल इस बात को कभी पचा नहीं पाया कि वह 2004 में सत्ता से बाहर हो गया.” वहीं भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी ने मांग की कि लोकसभा के चुनाव करवा लेने चाहिये. आडवाणी ने मीडिया से कहा, “देश में अनिश्चितता के मौजूदा वातावरण को खत्म करने का उपाय 2014 में तय लोकसभा चुनाव है, इसे विधानसभा चुनावों के साथ 2013 में ही कराया जाना चाहिए.”

मनमोहन सिंह ने कहा कि यदि भाजपा देश की अर्थव्यवस्था के प्रति चिंतित है तो उसे सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देना चाहिये. उन्होने कहा, “आपने किसी भी संसद में ऐसी स्थिति के बारे में सुना है, जहां प्रधानमंत्री को अपने मंत्रिपरिषद के सदस्यों को परिचित कराने की अनुमति नहीं दी जाती है. आपने किसी भी देश में ऐसा सुना है कि प्रमुख विपक्षी दल के सदस्य सदन के बीचोबीच आकर ‘प्रधानमंत्री चोर है’ का नारा लगाते हैं.”

दूसरी तरफ भाजपा नेता लालकृष्ण आजवाणी ने मीडिया से कहा कि “हमने इस तरह की सरकार नहीं देखी, जिसमें मौजूदा वित्त मंत्री आर्थिक समस्याओं के लिए पूर्ववर्ती वित्त मंत्री पर दोष डालता हो, जो कि अब जवाब देने की स्थिति में नहीं है.”

देश की अर्थव्यस्था की हालत दिनों दिन खराब होती जा रही है. रुपये का अवमूल्यन रोज ब रोज हो रहा है. महंगाई इतनी है कि हर एक को अपने खर्चो में कटौती करना पड़ रहा है. गौर तलब है कि भाजपा के पास कोई वैकल्पिक आर्थिक नीति नही है जो देश को इस संकट से निजात दिला सके. भाजपा केवल इस मौके पर लोकसभा का चुनाव करवाकर सत्तारूढ़ होना चाहती है.

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