छत्तीसगढ़राजनांदगांव

मानपुर में नक्सली कमांडर मारा गया

राजनांदगांव | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में पुलिस ने कई नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि इस मुठभेड़ में नक्सली कमांडर उधम सिंह के भी मारे जाने की खबर है.

तीन दिन के भीतर नक्सलियों और राजनांदगांव पुलिस के बीच मुठभेड़ की यह दूसरी घटना है. कांकेर की सीमा पर 5 जून को भी राजनांदगांव पुलिस ने नक्सलियों पर जोरदार कार्रवाई की थी, जिसमें हथियार सहित बड़ी मात्रा में सामान जब्त हुई थी. मानपुर के बुकमर्रा के जंगल में जिला पुलिस बल और आईटीबीपी की 44वीं बटालियन एक संयुक्त अभियान चला रही थी. इस अभियान में महाराष्ट्र पुलिस के जवान भी शामिल थे.

पुलिस का दावा है कि शनिवार की सुबह 7 बजे जंगल में मौजूद नक्सलियों ने पुलिस को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए नक्सलियों पर गोलीबारी की. मुठभेड़ में पुलिस ने मोहला एलओएस के कमांडर उधम सिंह को आज मार गिराया है. पुलिस ने उसका शव भी बरामद कर लिया है. साथ ही कई नक्सली घायल भी हुए हैं. घायलों में दो महिला नक्सलियों को पुलिस जंगल में काफी दूर तक दौड़ाया भी. पुलिस ने घटना स्थल से 5 हथियार भी बरामद किए हैं, जिसमें एक एसएलआर, एक इंसास और 3 बारह बोर की बंदूकें हैं.

एसपी डॉ. संजीव शुक्ला ने बताया कि नक्सलियों की वहां चहल-कदमी की सूचना थी. महाराष्ट्र पुलिस के साथ विशेष अभियान चलाकर नक्सलियों को घेरने के लिए राजनांदगांव पुलिस एवं आईटीबीपी की 44वीं बटालियन जब घटनास्थल पर पहुंची तब नक्सलियों ने पुलिस पर हमला किया. श्री शुक्ला ने बताया कि मोहला के जंगल में 8 साल बाद पुलिस ने किसी नक्सली का शव बरामद किए हैं. राजनांदगांव पुलिस का नेतृत्व निरीक्षक अमित बेरिया कर रहे थे.

इधर इस घटना के बाद नक्सलियों को घेरने के लिए महाराष्ट्र से जहां कोडगुल, सावरगांव एवं ग्यारहबत्ती क्षेत्र से फोर्स रवाना हुई, वहीं मानपुर क्षेत्र के भोजटोला, पानाबरस, कोहका से एक फोर्स जंगल में घुसी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस क्षेत्र में नक्सली लीडर उधम सिंह की आवाजाही थी. साथ ही नक्सलियों की कंपनी नंबर 4 की भी मौजूदगी रहती है. पुलिस का दावा है कि इस क्षेत्र में नक्सलियों को घेरने के लिए पूरी ताकत झोंक दी गई है.

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