कांकेरबस्तर

ईनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया

कांकेर | एजेंसी: छत्तीसगढ़ में नक्सली संगठन ने अपने जिस साथी नक्सली पर संगठन का 21 लाख रुपये लेकर फरार होने का आरोप एक दिन पूर्व लगाया था, उसने आत्मसमर्पण कर दिया.

दो लाख रुपये का इनामी नक्सली सूरज उर्फ मोहित ने कांकेर में पुलिस अधीक्षक राजेंद्र नारायण दास के समक्ष बिना हथियार आत्मसमर्पण कर दिया.

माड़ और उत्तर बस्तर संयुक्त डिवीजन का सदस्य सूरज ने पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे संयुक्त अभियान से बढ़ते दबाव, नक्सली संगठन में आंध्र प्रदेश के नक्सली कमांडरों के अत्याचार तथा व्यक्तिगत समस्या के कारण समाज की मुख्यधारा से जुड़कर जीवन निर्वाह करने के लिए आत्मसमर्पण का निर्णय लिया.

सूरज कोलर गांव के स्कूल से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर वर्ष 2005 में किसकोडों दलम में शामिल हुआ था. वर्ष 2006-07 में उसने स्क्रीन प्रिंटिंग का काम किया, एक द्विवार्षिक पत्रिका का संपादक रहा तथा नक्सलियों के पब्लिकेशन कमेटी का इंचार्ज भी रहा.

वह बड़ी-बड़ी नक्सली घटनाओं जैसे वर्ष 2011 का सुलंगी एम्बुश, वर्ष 2012 में उदनपुर पर हमला और सत्तीघाट नक्सली मुठभेड़ जैसी बड़ी-बड़ी वारदात में शामिल रहा है.

उसके आत्मसर्पण के दौरान बीएसएफ उप महानिरीक्षक डी.के. मूरा, कांकेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रोहिताश्व मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नक्सल आपरेशन) कमलेश्वर प्रसाद चंदेल, दुर्ग के डी.सी.(जी) सेक्टर हेडक्र्वाटर संजय गुप्ता, दौरात राम पोर्ते और अंतागढ़ के अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राजीव विष्ट मौजूद थे.

सूरज ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान बताया कि संगठन में आंध्र के नक्सली दूध की चाय पीते हैं और छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को लाल चाय पिलाया जाता है. आंध्र के नक्सली ऊपर बैठते हैं और छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को नीचे बैठाया जाता है.

उसने बताया कि करीब एक सौ नक्सली आत्मसमर्पण करने के इच्छुक हैं, लेकिन आंध्र के नक्सलियों के डर से दलम छोड़ नहीं पा रहे हैं. उसने यह भी बताया कि आंध्र के नक्सली यहां आते हैं और यहां से पैसा वसूलकर अपने क्षेत्र चले जाते हैं.

सूरज ने खुलासा किया कि आंध्र के नक्सलियों द्वारा छत्तीसगढ़ के नक्सलियों को नसबंदी कराए जाने के बाद ही विवाह करने की अनुमति दी जाती है. उसे भी नवंबर 2009 में नसबंदी कराए जाने के बाद ही विवाह की अनुमति दी गई थी.

सूरज ने पैसा गबन करने के नक्सलियों के आरोप को झूठा व बदनाम करने की साजिश बताया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!