राष्ट्र

ओडिशा में बाढ़ से 46 की मौत

भुवनेश्वर | एजेंसी: ओडिशा में बाढ़ से 35 लाख लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है. इसके अलावा बाढ़ के कारण अब तक 46 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हालांकि जलस्तर कम होना शुरू हो चुका है तथा सभी नदियों में पानी खतरे के निशान से नीचे जा चुका है, इसके बावजूद बड़ी संख्या में लोग अभी भी निर्जन और ऊंची जगहों पर आश्रय लिए हुए हैं.

अधिकारी ने बताया, “पिछले दो-तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है. लेकिन 209 गांवों के 2,03,473 लोग अभी भी बाढ़ में फंसे हुए हैं. लोग तटबंधों, चक्रवात शिविरों, स्कूल भवनों और ऊंचाई पर बने भवनों में आश्रय लिए हुए हैं.”

अधिकारी ने बताया कि बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित पुरी और केंद्रपाड़ा जिलों सहित सभी बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ राहत की कोशिशें तेज कर दी गई हैं.

मंगलवार शाम तक राहत शिविरों को 100 से घटाकर 55 कर दिया गया है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग अपने घरों की ओर लौट चुके हैं.

उन्होंने कहा कि स्थिति सामान्य हो रही है तथा लोग धीरे-धीरे अपने घरों को लौटने लगेंगे.

राज्य सरकार ने मंगलवार को बाढ़ से एक और मौत होने की पुष्टि की, जिससे राज्य में अब तक बाढ़ से मरने वाले लोगों की संख्या 46 हो गई.

अधिकारी ने आगे बताया, “राज्य सरकार द्वारा बाढ़ग्रस्त इलाकों में स्थापित 100 मुफ्त रसोइयों में 86,000 से भी ज्यादा लोगों के लिए भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 30 और पशुओं के मारे जाने की पुष्टि किए जाने के बाद अब तक कुल 124 पशुधन का नुकसान हुआ है.

एक स्थानीय टेलीविजन चैनल के अनुसार बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित तटीय इलाकों में तटबंधों पर आश्रय लिए हुए लोगों की शिकायत है कि उन तक कोई राहत सामग्री नहीं पहुंची है.

विशेष राहत आयुक्त पीके महापात्रा ने कहा, “यदि एक या दो व्यक्ति कहते हैं कि उन तक राहत सामग्री नहीं पहुंची है, तो हम कुछ नहीं कर सकते. मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.”

उन्होंने कहा, “हम वृहत स्तर पर निगरानी कर रहे हैं. हमारे पास पर्याप्त राहत सामग्री है और वितरण का कार्य भी जारी है.”

उन्होंने आगे कहा, “लोगों को पता होना चाहिए कि वे आपदा प्रबंधन प्रक्रिया का हिस्सा हैं. उन्हें भोजन सामग्री को सप्ताह, 10 दिन तक तो चलाना चाहिए, क्योंकि वे आपदाग्रस्त इलाके में हैं.”

अधिकारियों ने कहा, “ओडिशा में आई बाढ़ में 41,800 मकान तबाह हुए हैं और 3.5 लाख हेक्टेयर भूमि पर लगी फसल बर्बाद हुई है.”

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