बाज़ार

मॉलों से खरीदार गायब: एसोचैम

मुंबई | एजेंसी: दीवाली जहां करीब आ चुका है, वहीं देश भर के मॉलों में खरीदारों की संख्या में 35-40 फीसदी गिरावट चल रही है. यह बात एक सर्वेक्षण रिपोर्ट में कही गई. एसोचैम द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक मॉलों में जहां काफी जगह खाली पड़ी हुई है, वहीं आर्थिक सुस्ती, महंगाई, उच्च ब्याज दर और रोजगार को लेकर जारी अनिश्चितता के कारण खरीदारों की संख्या में काफी गिरावट देखी जा रही है.

सर्वेक्षण के मुताबिक नौ शहरों में मॉलों में मौजूद कुल जगह में से 47 फीसदी से अधिक जगह खाली पड़ी है. दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सर्वाधिक 55 फीसदी, मुंबई में 52 फीसदी, अहमदाबाद में 51 फीसदी और चेन्नई में 50 फीसदी जगह खाली पड़ी है.

एसोचैम के सर्वेक्षक दल ने मुंबई, दिल्ली-एनसीआर, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, हैदराबाद, बेंगलुरू, चंडीगढ़ और देहरादून में करीब 650 अधिकारियों से बात की, जिनमें लीजिंग प्रबंधक, रणनीतिकार, मार्केटर तथा पर्यवेक्षक शामिल थे.

मॉल पहुंचने वाले ग्राहकों की संख्या में गिरावट की दृष्टि से पहले स्थान पर दिल्ली-33 फीसदी, दूसरे स्थान पर अहमदाबद-31 फीसदी, उसके बाद चेन्नई-30 फीसदी, मुंबई-28 फीसदी और हैदराबाद-27 फीसदी रहे. एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा, “खरीदारों की संख्या में इस गिरावट का पहले से अनुमान था, क्योंकि विकास दर काफी कम है और उपभोक्ताओं का विश्वास क्षीण है.”

एसोचैम के अनुमान के मुताबिक पिछले दो-तीन साल में देश में 250-300 मॉल खुले, लेकिन उनमें 70-80 फीसदी जगह खाली पड़ी हुई है. कई मॉल किराया अधिक होने के कारण बंद होने के कगार पर हैं.

कई मॉल बड़े ब्रांडों को प्रथम छह महीने के लिए किराया माफी की सुविधा दे रहे हैं.

सर्वेक्षण के कारण खराब जगह, पार्किं ग सुविधा के अभाव और खराब डिजाइन के कारण कई मॉल में 80 फीसदी जगह भर पाई है, तो कई में सिर्फ 20 फीसदी जगह ही भर पाई है.

यह उद्योग कई प्रकार के करों, नीतिगत अस्पष्टता, आपूर्ति श्रंखला तथा स्टोर प्रबंधन में विशेषज्ञों के अभाव की समस्या झेल रहा है.

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