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सलमा हायेक ने सुनाई यौन प्रताड़ना की कहानी

नई दिल्ली | संवाददाता: हॉलीवुड की इस सुपरस्टार सलमा हायेक भी यौन प्रताड़ना की शिकार रही हैं. प्रोड्यूसर हार्वे वाइनस्टाइन के खिलाफ सलमा ने कई गंभीर आरोप लगाये हैं और हार्वे को उन्होंने एक पिशाच की संज्ञा दी है. सलमा हायेक ने न्यूयॉर्क टाइम्स #MeToo अभियान में अपनी यौन प्रताड़ना का विस्तार से वर्णन किया है.

प्रोड्यूसर हार्वे वाइनस्टाइन के खिलाफ रोज मैकगोवन, एंजेलीना जोली और ग्वेनेथ पाल्ट्रो जैसी कई फिल्म अभिनेत्रियों ने यौन प्रताड़ना की पीड़ाजनक स्थितियां सामने रखी हैं. इन अभिनेत्रियों ने एक से एक हैरतअंगेज मामले सामने लाये हैं. लेकिन सलमा हायेक ने जिस पीड़ा के साथ वर्णन किया है, उसकी चर्चा सोशल मीडिया में बनी हुई है.

सलमा ने न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखा है, “हर बार न कहने पर उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता. मुझे लगता है कि उसे दुनिया सबसे नापंसद चीज ना सुननी थी.”

सलमा के अनुसार वाइनस्टाइन की गंदी हरकतों का सिलसिला सेक्स और मसाज से आगे की बात था. जब वाइनस्टाइन सलमा के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘फ्रीडा’ को प्रोड्यूस कर रहा था तो उसने फिल्म में स्क्रिप्ट से बाहर जाकर सलमा का एक अन्य औरत के साथ सेक्स सीन डाल दिया था. जिसमें सलमा को फ्रंट से न्यूड दिखना था.

सलमा का मानना है कि उसकी बात मानना ही इस फिल्म को पूरी करने का एकमात्र उपाय था, क्योंकि प्रोडक्शन के काम को पांच हफ्ते का समय गुजर चुका था. सलमा को एशले जूड समेत उन लोगों के बारे में चिंता सताने लगी जिन्होंने इस फिल्म में काम करने के लिए तैयार किया था. इस तरह सलमा को यह फिल्म पूरी करनी पड़ी और फ्रीडा के जरिये पूरी दुनिया ने सलमा के यौन उत्पीड़न को देखा. हालांकि इस फिल्म को दुनिया भर में पसंद किया गया और इसने दो ऑस्कर भी जीते. लेकिन सलमा इसे बुरे सपने की तरह याद करती हैं.

सलमा हायेक का कहना है कि हार्वे वाइनस्टाइन ने उन्हें इस हद तक यौन प्रताड़ना दी कि एक समय उन्होंने आत्महत्या करने की सोच ली थी. लेकिन किसी तरह वे इस अवसाद से उबर पाई. उन्होंने कहा कि #MeToo अभियान ने उन्हें बल दिया और लगा कि इस बात से परदा हटाना ही चाहिये. चाहे इसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े.

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