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राज्यपाल का इस्तीफा गलत-जोगी

बिलासपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने रविवार को मरवाही में पत्रकारों से कहा कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त से इस्तीफा लेना गलत था. अजीत जोगी ने कहा कि जिस तरीके से उन्होंने इस्तीफा दिया है, उसमें वही बता सकते हैं कि उन पर इस्तीफे के लिये दबाव था या नहीं. इधर राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा है कि उन्होंने पता किया है कि राज्यपाल दत्त पर इस्तीफे के लिए केंद्र की ओर से कोई दबाव नहीं था. दत्त ने स्वेच्छा से अपने पद से इस्तीफा दिया है.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त ने 18 जून को राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया था. उन्होंने उस समय कहा था कि उन पर इस्तीफे के लिये किसी तरह का दबाव नहीं है तथा उन्होंने स्वेच्छा से अपना इस्तीफा दिया है.

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी द्वारा बिलासपुर के मरवाही में दिये इस बयान से यह तय है कि छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से राज्यपाल के इस्तीफे पर बयानबाजी शुरु हो जायेगी. गौरतलब है कि इससे पहले मोदी सरकार ने यूपीए शासन के दौरान नियुक्त 7 राज्यपालों को अपने पद से हटने के लिये कहा था.

इनमें राजस्थान की राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा, गुजरात की राज्यपाल कमला बेनीवाल, बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन, केरल की राज्यपाल शीला दीक्षित, महाराष्ट्र के राज्यपाल शंकरनारायणन, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी.एल जोशी तथा त्रिपुरा के देवेन्द्र कुंवर का नाम शामिल था. जिससे राजधानी में इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त को कुछ समय के लिये मियाद मिल गई है.

शेखर दत्त ने 1 अगस्त 2007 को रक्षा सचिव के पद से मुक्त होकर राष्ट्रीय उप सलाहकार के रूप में कार्यभार ग्रहण किया. वे 1 अगस्त 2005 से रक्षा सचिव के पद पर थे. 1969 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस शेखर दत्त को 1971 के भारत-पाक युद्ध में उनके शौर्य के लिए सेना मेडल के ‘गैलेन्ट्री एवार्ड’ से सम्मानित किया गया.

शेखर दत्त रक्षा मंत्रालय में रक्षा सचिव के पद के पूर्व रक्षा उत्पादन सचिव थे. 1991-1996 के दौरान वे रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में भी पदस्थ रहे. इस अवधि के दौरान भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारत डायनॉमिक्स, भारत अर्थमूवर्स, मझगांव डाक लिमिटेड, गार्डनरिच शिपबिल्डर्स एण्ड इंजीनियर्स तथा गोवा शिपयार्ड एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक उपक्रमों के निदेशक मंडलों में भी संचालक के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. वर्ष 1980 के दशक के मध्य में शेखर दत्त ने रक्षा मंत्रालय के निदेशक के रूप में भी काम किया है. रक्षा उत्पादन सचिव से पूर्व वे केन्द्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय में वर्ष 2003 में सचिव के पद पर थे.

भारतीय प्रशासनिक सेवा के अपने लम्बे कार्यकाल में शेखर दत्त ने कई महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया, जिनमें भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक, मध्यप्रदेश सरकार के आदिम जाति और अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग और खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव के पद शामिल हैं. शेखर दत्त वर्ष 1985-89 में रायपुर संभाग के आयुक्त थे.

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