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स्कूल गये बिना बनेगा शिवानंद आईआईटीयन

पटना | समाचार डेस्क: 14 साल में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास करने वाले रोहतास के शिवानंद ने अदालत की अनुमति लेकर 12 साल की उम्र में दसवीं की परीक्षा पास की थी. अब जबकि उसने आईआईटी-जेईई एडवांस में 2587वां रैंक पाया है तो पूरे देश भर में उसकी चर्चा हो रही है. इस पूरी खबर में जो सबसे दिलचस्प बात है, वो ये कि शिवानंद कभी नियमित स्कूल नहीं गया.

शिवानंद का कहना है कि चार साल पहले तक भी उसका ध्यान पढ़ाई की ओर नहीं था. हां, वह गणित के सवाल ज़रुर हल करता रहता था. बाद में दिल्ली की एक अकादमी में उसने प्रवेश लिया, जहां से उसने अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई और परीक्षा दी. इसके बाद उसने आईआईटी की परीक्षा दी और उसका यह परिणाम सामने आया है.

14 साल के शिवानंद के पिता उसे संत बनाना चाहते थे. शिवानंद कहता है- बचपन से धर्म-आध्यात्म पसंद था, जिसके चलते मैंने रामायण, महाभारत, भगवदगीता और कई पुराण पढ़ डाले. जब पिता ने मेरी रुचि गणित और विज्ञान की ओर देखी, तो उन्होंने उच्च शिक्षा के लिए अनुमति दे दी.

शिवानंद का कहना है कि सफलता का कोई सूत्र नहीं होता. लेकिन उसका मानना है कि आप जिस विषय को भी आप पढ़ रहे हैं, उसको लेकर आपके कांसेप्ट स्पष्ट होना चाहिए. इसके अलावा लगातार सवालों को हल करने से आपके अंदर परीक्षा की तैयारी होती चली जाती है. अभ्यास बेहद ज़रूरी है.

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