राष्ट्र

सिख किसान गुजरात नहीं छोड़ेंगे: मोदी

लुधियाना | एजेंसी: नरेंद्र मोदी ने कहा है कि किसी भी सिख किसान को गुजरात नहीं छोड़ना पड़ेगा.

राज्य के कच्छ क्षेत्र में बसे सिख और पंजाबी किसानों पर राज्य से खदेड़े जाने के विवादास्पद मुद्दे को शांत करने के लिए मोदी ने रविवार को लुधियाना के पास जगरांव कस्बे में कहा कि किसी को भी राज्य छोड़ने की जरूरत नहीं है.

सदैव की भांति यहां भी मोदी के निशाने पर कांग्रेस रही और उन्होंने लोगों से देश की ‘चौकीदारी’ उन्हें सौंपने की अपील की. रविवार की सभा में राज्य में एकमात्र भाजपा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद नहीं थे और यहां तक कि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने नेताओं की सूची में उनका जिक्र तक नहीं किया.

सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि यह ‘अफवाह’ उड़ा दी गई कि कच्छ क्षेत्र में दशकों से खेती कर रहे सिख किसानों को गुजरात सरकार खदेड़ रही है.

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं आपको यह आश्वासन देना चाहता हूं कि किसी भी सिख किसान को गुजरात छोड़ने के लिए विवश नहीं किया गया है. यदि किसी अधिकारी ने इस संबंध में कुछ भी गलत किया होगा तो उसकी छुट्टी हो जाएगी.”

कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और घोटालों में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा कि हैरत की बात यह है कि पार्टी अब उस बात की चिंता करने में जुटी है जिस पर अपने 10 वर्षो के शासनकाल के दौरान नियंत्रण पाने में वह विफल रही है.

मोदी ने सवाल किया, “कांग्रेसियों को दूसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते देख मैं हैरत में हूं. जब उनकी खुद की ही सरकार अनगिनत घोटालों में लिप्त है तो वे दूसरों पर किस तरह उंगली उठा रहे हैं?”

विभिन्न भ्रष्टाचार और घोटालों की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा, “उन्होंने (कांग्रेस ने) तो एबीसीडी का मतलब ही बदल दिया. अब ए का मतलब आदर्श घोटाला, बी का मतलब बोफोर्स, सी का मतलब कोयला घोटाला हो गया है.”

कांग्रेस के चुनाव चिन्ह की खिल्ली उड़ाते हुए मोदी ने कहा, “यदि मैं प्रधानमंत्री बनता हूं तो मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मैं चौकीदार की तरह काम करूंगा और यह सुनिश्चित करूंगा कि ‘पंजा’ हाथ से दूर ही रहे.”

मोदी ने सवाल उठाया, “जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने कहा था कि दिल्ली से जारी होने वाले एक रुपये में से केवल 15 पैसा गांवों तक पहुंचता है. मैं जानना चाहता हूं कि कौन-सा पंजा रुपये को लूट रहा है.”

वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा देश की अर्थव्यवस्था के बारे में रुख साफ नहीं रहने की आलोचना का शिकार हो चुके भाजपा नेता ने कहा कि आर्थिक विकास में मदद के लिए कृषि, विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों को प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता है.

मोदी ने कहा, “भारत को आगे ले जाने के लिए हमें उद्योग की जरूरत है. हमें कृषि की जरूरत है ताकि कोई भूखा नहीं रहे. सेवा क्षेत्र को भी निवेश की जरूरत है..हमने इस क्षेत्र पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया है.”

उन्होंने कहा, “जमीन बढ़ने नहीं जा रही और जोत छोटी होती जा रही है. हमें नई प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के जरिए कृषि उत्पादन बढ़ाना होगा.”

संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की ‘समान रैंक के लिए समान पेंशन’ दिए जाने की घोषणा पर मोदी ने कहा कि सरकार पिछले 10 वर्षो में इस मुद्दे का समाधान करने में विफल रही.

उन्होंने दावा किया, “कांग्रेस झूठे वादे कर रही है और लोगों को गुमराह कर रही है. मैंने पिछले वर्ष रेवाड़ी में आयोजित सभा में समान रैंक के लिए समान पेंशन का मुद्दा उठाया था.”

अकाली दल-भाजपा गठबंधन को अटूट बताते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस को इससे दिक्कत है.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस को हमेशा से हमारे गठबंधन को लेकर समस्या रही है क्योंकि इससे हिंदू-सिख एकता झलकती है. इसके कारण कांग्रेस की फूट डालो और राज करो की नीति विफल हो गई है.”

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे एवं अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि संप्रग सरकार द्वारा उत्पन्न मौजूदा परिस्थिति में मोदी के पास ही देश का नेतृत्व करने की क्षमता है.

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