बरेली में मुसलमानों के खिलाफ पोस्टर
बरेली |समाचार डेस्क: मुसलमानों को तुरंत बरेली का एक गांव छोड़ने के पोस्टर लगाये जाने पर बरेली में विवाद शुरु हो गया है.
बरेली से 70 किलोमीटर दूर एक गांव जियांगला में लगाये गये इस पोस्टर में कहा गया था कि मुसलमानों को इस साल के अंत कर यह गांव छोड़ देना चाहिये. पोस्टर में कहा गया है कि अमरीका में जो ट्रम्प कर रहे हैं, वही यहां भी किया जायेगा.
हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि गांव में कंप्यूटर से प्रिंट निकाल कर केवल एक पोस्टर चिपकाया गया था और यह किसी की शरारत भी हो सकती है. पुलिस ने फिलहाल इस मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया है और कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई है. पुलिस का कहना है कि गांव में स्थिति सामान्य है और एहतियात के तौर पर पुलिस की एक टुकड़ी गांव में तैनात कर दी गई है.
भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिलने के अगले ही दिन ये पोस्टर गांव में चिपकाये गये. इस गांव में लगभग ढ़ाई हज़ार लोग रहते हैं, जिनमें से मुसलमानों की संख्या 200 के आसपास है.
इन पोस्टरों में लिखा गया है कि अब जबकि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई है, तो उत्तर प्रदेश के हिंदुओं को मुसलमानों के साथ वही करना चाहिए, जो अमरीका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप वहां कर रहे हैं.
इन पोस्टरों पर उठे विवाद के बाद कई संगठनों ने मांग की है कि इस तरह के घोर सांप्रदायिक पोस्टर लगाने वालों को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है, जिसके कारण पुलिस कार्रवाई करने से बच रही है. इन संगठनों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
There shall no place for hate in Modi ji’s govt. Media shall have to be care full while publishing such news.