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ईवीएम मशीन में उम्मीदवार की फोटो

नई दिल्ली | संवाददाता: पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो गई.उत्तर प्रदेश में सात चरणों मे चुनाव होंगे. उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च तक सात चरणों में चुनाव होंगे. शुरु के 73 विधानसभा चुनाव में मतदान का काम 11 फरवरी को होगा. दूसरे दौर का मतदान 67 सीटों पर 15 फरवरी को, तीसरे दौर में 69 सीटों पर मतदान 19 फरवरी को, चौंथे दौर में 53 सीटों के लिये 23 फरवरी को और पांचवे दौर में 52 सीटों पर 27 फरवरी को मतदान होगा. छठवें दौर में 49 विधानसभा सीटों के लिये 4 मार्च को मतदान होगा. 40 सीटों के लिये अंतिम और सातवें चरण का मतदान 8 मार्च को होगा.

इसी तरह पंजाब में 4 फरवरी को, उत्तराखंड में 15 फरवरी को, गोवा में 4 फरवरी को चुनाव होंगे. मणीपुर में दो चरणों में चुनाव होंगे. यहां मतदान 30 फरवरी और 8 मार्च को किया जायेगा.

बुधवार को चुनाव आयुक्त डॉक्टर नसीम जैदी ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर और पंजाब में चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के साथ बताया कि इन सभी सीटों पर मतगणना का काम 11 मार्च को मतगणना का काम होगा.

मुख्य चुनाव आयुक्त डॉक्टर सैय्यद नसीम अहमद जैदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में 5 राज्यों की 690 सीटों पर चुनाव तारीखों की घोषणा की. इस बार चुनाव में ईवीएम मशीन में उम्मीदवार के चुनाव चिन्ह के साथ-साथ उम्मीदवार की तस्वीर भी होगी.

चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड में चुनाव खर्च की सीमा 28 लाख तय की है. इसके अलावा इस बार के चुनाव में लगे कर्मचारी-अधिकारी ई-वोटिंग का उपयोग कर सकेंगे.

चुनाव आयोग ने जिन पांच राज्यों में चुनाव की तारीख़ घोषित की है, उनमें उत्तर प्रदेश में 403 सीटों पर चुनाव होने हैं. इसी तरह पंजाब में 117 सीटों पर, उत्तराखंड में 70 सीटों पर, मणिपुर में 60 सीटों पर और गोवा में विधानसभा की 40 सीटों पर वोट डाले जायेंगे. इन सभी राज्यों में सुरक्षा के लिये 85000 सुरक्षाबल के जवानों की तैनाती को केंद्र सरकार ने पहले ही हरी झंडी दे दी है.

इन चुनावों में 16 करोड़ के आसपास मतदाता भाग लेंगे, जिनके लिये एक लाख 85 हज़ार मतदान केंद्र बनाये जायेंगे. महिलाओं के लिये देश के कई हिस्सों में अलग मतदान केंद्र भी बनाये जायेंगे.

इस साल देश भर की नज़रें उत्तरप्रदेश के विधानसभा चुनाव पर लगी हुई है, जहां समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव और उनके बेटे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बीच का झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ऐसे में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी या जायेगी, ये सबसे बड़ी सवाल है.

इसी तरह पंजाब चुनाव में आम आदमी पार्टी की बढ़त की चर्चा भी सोशल मीडिया में बनी हुई है. लेकिन सोशल मीडिया से अलग आम आदमी पार्टी क्या पंजाब में भी दिल्ली जैसा चमत्कार दुहरा पायेगी, इस बात का उत्तर भी पंजाब चुनाव में मिलेगा.

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