कलारचना

अभिनेता फारुख शेख नहीं रहे

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: हिंदी फिल्म जगत के सबसे बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार फारुख शेख का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 65 वर्षीय फारुख शेख का निधन दुबई में शुक्रवार देर रात हुआ. वे वहां अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ छुट्टी मनाने के लिए गए हुए थे जहां शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां जल्द ही उनकी मृत्यु हो गई.

सत्तर और अस्सी के दशक की चश्मे-बद्दूर, बाज़ार, कथा, उमराव जान, गरम हवा जैसी शानदार फिल्में में अपने लाजवाब अभिनय की छाप छोड़ने वाले फारुख शेख का जन्म 1948 में बड़ौदा जिले के अमरोली में एक जमींदार परिवार में हुआ था. मुंबई के सिद्धार्थ कॉलेज से कानून की पढ़ाई करने के बाद शेख ने पहले थियेटर और फिर फिल्मों का रुख किया.

उन्होंने अपने फिल्मी करियर में सत्य जीत रे, मुजफ्फर अली, ऋषिकेश मुखर्जी और केतन मेहता जैसे दिग्गंज डायरेक्टिर्स के साथ काम किया और बॉलीवुड में पैरेलल सिनेमा को नए आयाम दिए. बॉलीवुड में उनकी और दीप्ति नवल की जोड़ी को बहुत पसंद किया जाता रहा. फारुख ने फिल्मों के अलावा कई टीवी सीरियलों और थियेटर में भी काम किया.

अपने विनम्र और सरल स्वभाव के लिए मशहूर फारुख शेख के निधन पर बॉलीवुड ने गहरा दुख जताया है. अमिताभ बच्चन ने ट्विटर पर लिखा, ‘हे ईश्वर, फारुख शेख नहीं रहे. एक सच्चे सज्जन, एक उम्दा साथी! बेहद दुखद.’ वहीं निर्देशक शेखर कपूर ने लिखा है कि ‘रेस्ट इन पीस फारुख शेख. गर्म हवा, चश्मे-बद्दूर, उमराव जान, कथा शंघाई. उनकी प्रतिभा की लिस्ट कभी खत्म नहीं होती. उन्होंने अपनी जिंदगी पूरी शिद्दत से कला के लिए समर्पित कर दी.’

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