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मोदी के स्वागत के लिए तैयार है अमरीका

वाशिंगटन | अरुण कुमार: अमरीका ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमरीका दौरे को रद्द करने को लेकर दाखिल की गई ऑनलाइन याचिका के बावजूद वह मोदी के स्वागत के लिए तैयार हैं.

ह्वाइट हाउस से की गई ऑनलाइन याचिका ‘वी द पीपुल’ में अमरीकी सिख संस्था ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ ने मांग की है कि ह्वाइट हाउस में मोदी की मेजबानी के बजाय राष्ट्रपति बराक ओबामा को उनकी निंदा करनी चाहिए और मुसलमानों, सिखों और ईसाइयों के खिलाफ हिंसा करने के लिए उनकी भारतीय जनता पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मेरी हर्फ ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि ऑनलाइन याचिका में से कई हस्ताक्षरों को निरस्त कर दिया गया हैं, क्योंकि वे जाली हस्ताक्षर थे.

उन्होंने कहा, “याचिका के समर्थन में लोग अब भी हस्ताक्षर कर सकते हैं और यदि निर्धारित समय सीमा तक 1,00,000 लोगों के असली हस्ताक्षर हमें प्राप्त होते हैं, तो याचिका का आधिकारिक जवाब दिया जाएगा.”

उन्होंने कहा, “लोग अब भी अपनी राय जाहिर कर सकते हैं. हालांकि हम, राष्ट्रपति और विदेश सचिव जॉन केरी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमरीका में स्वागत करने के लिए तैयार हैं. हमने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के समय से ही यह बात कही है और हम इस पर कायम हैं.”

साल 2002 में हुए गुजरात दंगों में मोदी की कथित भूमिका के मद्देनजर 2005 में उनका अमरीकी वीजा रद्द कर नौ सालों तक उन पर प्रतिबंध लगाए रखने के बाद अमरीका ने 2014 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के जीतते ही सारे गिले-शिकवे भूलकर मोदी को अमरीका आने का न्यौता दिया था.

यह पूछे जाने पर कि क्या अमरीका किसी विदेशी नेता पर उसके देश में घटे घटनाक्रम के लिए मुकदमा चला सकता है, हर्फ ने कहा, “मैं किसी काल्पनिक मुद्दे पर अनुमानित प्रतिक्रिया नहीं देना चाहूंगी.”

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