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छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू का ख़तरा

रायपुर | संवाददाता: केंद्र सरकार ने एक पत्र लिख कर छत्तीसगढ़ को एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस से सावधान रहने के लिये कहा है. हाल ही में कुछ राज्यों में इस वायरस से बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत की ख़बर सामने आई है.

पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में कई इलाकों में बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत की ख़बर है.

मध्य प्रदेश, हिमाचल और राजस्थान बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत की ख़बर सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने पत्र लिखा है.

एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के बारे में कहा जा रहा है कि यह पक्षियों के लिए तो ख़तरनाक है ही, इसके अलावा यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है.

राजस्थान की राजधानी जयपुर में कई पक्षी इस फ्लू से मरे हैं. आज तक के अनुसार अब तक झालावाड़ में 100, कोटा में 47, बारां में 72, पाली में 19 और जयपुर के जलमहल पर 10 कौए सहित प्रदेश भर में 245 कौओं की मौत हो चुकी है. कौओं की मौत से हरकत में आई पशुपालन विभाग की कोटा संभाग की टीम जांच करने झालावाड़ पहुंची. जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सैनिटाइज भी कराया. साथ ही सभी मृत कौओं को प्रोटोकॉल के मुताबिक गड्ढे खोदकर जलवाया भी, जिससे इलाके में संक्रमण का खतरा नहीं हो.

वहीं हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पोंग डैम सेंक्चुरी में भी 1700 प्रवासी पक्षियों की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है, जिससे अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं. अधिकतर पक्षियों की मौत जगमोली, गुगलाडा में हुई है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि विभिन्न इलाकों के 15 सैंपल्स जांच के लिए भेजे गए हैं. कुछ दिनों में बैक्टीरियल, पैथोजेन और वायरल रिपोर्ट्स मिल जाएंगी. तब तक हम बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं कर सकते. लेकिन आशंका है कि यह फ्लू है क्योंकि पक्षी काफी तादाद में मर रहे हैं.

बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए झारखंड सरकार भी अलर्ट पर है. राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद राज्य सरकार भी सचेत हो गई है. सरकार ने सभी जिलों में पक्षियों की गैर-प्राकृतिक मौत की सूचना पशुपालन विभाग को देने और विसरा का सैंपल लैब भेजने को कहा है.

मध्य प्रदेश के इंदौर में करीब 50 कौओं के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इंदौर में तीन दिन पहले 50 कौओं के शव मिले थे. इनके बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

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