छत्तीसगढ़

किसानों को 1950 करोड़ का बोनस

रायपुर: छत्तीसगढ़ में दस लाख से ज्यादा किसानों को धान के बोनस के रूप में लगभग एक हजार 950 करोड़ रूपए की धनराशि के वितरण की तैयारी शुरू हो गयी है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अगले महीने की छह तारीख से शुरू हो रही प्रदेशव्यापी विकास यात्रा के दौरान इनमें से अधिकांश किसानों को एकाउंटपेयी चेकों के माध्यम से बोनस का वितरण कर दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री रमन सिंह की निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विकास यात्रा दंतेवाड़ा से शुरू होगी और 15 जून को सरगुजा जिले में समारोह पूर्वक उसका समापन होगा. बोनस वितरण विकास यात्रा के साथ शुरू होकर तीस जून तक समारोहपूर्वक चलता रहेगा. इस दौरान किसानों को खरीफ विपणन वर्ष 2012-13 में सहकारी समितियों में उनके द्वारा बेचे गए लगभग नौ हजार करोड़ रूपए के 71 लाख मीटरिक टन से ज्यादा धान पर 270 रूपए प्रतिक्विंटल के हिसाब से बोनस का वितरण चेक के माध्यम से किया जाएगा.

खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने सभी जिला कलेक्टरों को धान का बोनस बांटने के लिए परिपत्र जारी किया है. उन्होंने परिपत्र में इस बारे में स्थानीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए हैं और कहा है कि समस्त प्राथमिक सहकारी समितियों के मुख्यालयों और ग्राम पंचायत भवनों में भी विकास यात्रा के तहत बोनस वितरण की जानकारी अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाए.

विभाग के सचिव विकासशील द्वारा जारी परिपत्र में बताया गया है कि राज्य शासन के निर्णय के अनुसार किसानों को बोनस के चेक वितरित किए जाएंगे. बोनस वितरण से पहले सभी जिला कलेक्टरों को धान खरीदी केन्द्रों के कम्प्यूटर और प्रिन्टर मशीनों का परीक्षण करवा लेने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ये उपकरण चालू हालत में रहें और उनमें डाटा एन्ट्री के साथ चेक प्रिटिंग का काम समय पर हो सके. इसके लिए डाटाएन्ट्री ऑपरेटर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

सभी खरीदी केन्द्रों में आवश्यकता के अनुसार चेक रोल की व्यवस्था कर ली जाए. परिपत्र में बताया गया है कि बोनस राशि के चेक प्रिन्ट करने के लिए आवश्यक साफ्टवेयर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र द्वारा तैयार किया जा रहा है. साफ्टवेयर अपलोड होने के बाद इसे डाउनलोड कर सहकारी समितियों के कम्प्यूटरों में इंस्टाल करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

परिपत्र में बताया गया है कि बोनस सभी चेक एकाउंट पेयी होंगे और इन्हें कम्प्यूटरों के जरिए ही तैयार किया जाएगा. मैनुअल तैयार किए गए हस्तलिखित चेक मान्य नहीं होंगे. परिपत्र में यह भी कहा गया है कि विकास यात्रा शुरू होने से पहले किसानो को दिए जाने वाले चेक विधिवत तैयार कर लिए जाएं, ताकि उनका वितरण समय पर सुनिश्चित हो सके. विकास यात्रा शुरू होने की तारीख से लेकर बोनस वितरण का कार्य समारोहपूर्वक तीस जून तक पूर्ण करने के निर्देश भी परिपत्र में दिए गए.

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