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छात्रावास की किशोरी मां बनी

कांकेर | अंकुर तिवारी: छत्तीसगढ़ के कांकेर के संजय नगर वार्ड स्थित मदरसा के छात्रावास में रहने वाली नाबालिग लड़की ने बच्ची को जन्म दिया है. रविवार सुबह वार्ड में लावारिश हालत में मिली बच्ची की सूचना पर लोगों का हूजूम बच्ची को देखने के लिए उमड़ पड़ा. नवजात शिशु को मदरसे में रहने वाली किशोरी का बताया जा रहा है.

मदरसें की प्रधान अध्यापिका द्वारा लड़की का बयान लिया गया. जिसमें उसका कहना है कि बच्ची मेरी गोद में अचानक आकर गिरी, मुझे नहीं पता कि इसे किसने पैदा किया है. जबकि शुरुआती जांच में नवजात शिशु नाबालिग का होना बताया जा रहा है. किशोरी और नवजात बच्ची को इलाज के लिए शासकीय कोमलदेव जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहाँ जच्चा-बच्चा चिकित्सकों के देख-रेख में है.

बीतें 28 अगस्त को लड़की का दाखिला मदरसें में कराया गया. जानकारी के मुताबिक मदरसें में किशोरी के परिवार के दूसरे सदस्य भी शिक्षा ले रहें है. किशोरी की बुआ मदरसें के छात्रावास में साथ रहती हैं. नवजात शिशु सुबह पांच बजे का होना बताया जा रहा है. वहीं, कोतवाली पुलिस और मदरसा प्रबंधन के द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की जा रहीं है.

पूरी अवधि पर पैदा हुआ नवजात-
अस्पताल प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची पूरे 9 महीनें के गर्भाकाल के बाद पैदा हुई है. बच्ची का वजन 1 किलो 800 ग्राम होना बताया जा रहा है. मदरसा प्रधानाध्यापिका ने जानकारी देने के दौरान बताया कि किशोरी के शारीरिक बदलाव से कुछ पता नहीं चल पाया. जो कि मदरसा प्रबंधन को संदेह के घेरे में खड़ा करता है. किशोरी के परिजन उसे 13 दिन पहले रायपुर से कांकेर मदरसें में छोड़ गए थे.

प्रशासनिक सक्रियता शक के दायरे में-
पुलिस-प्रशासन और मदरसा प्रबंधन की सक्रियता शक के जद में आती नजर आ रही हैं. मदरसा प्रबंधन का कहना है कि सीधे बच्ची फेंके जाने की बात सामने आयीं है. इसके पहले छात्रावास की अन्य छात्रावाओं और प्रबंधन को जानकारी ना होना संदेह पैदा करता है. नाबालिग किशोरी का बिना किसी के मदद के बच्ची को सही सलामत जन्म देना समझ से परें है.

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