छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत

रायपुर | संवाददाता: अधोसंरचनाओं के निर्माण और विकास में उल्लेखनीय योगदान के लिए छत्तीसगढ़ को सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में पुरस्कृत और सम्मानित किया गया है. मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वेकैय्या नायडू के हाथों यह सम्मान ग्रहण किया. छत्तीसगढ़ को अधोसंरचना विकास के मामले में यह पुरस्कार अंग्रेजी के प्रसिद्ध दैनिक ‘द इकॉनामिक टाईम्स’ की ओर से दिया गया है. इस अवसर पर छत्तीसगढ के अपर मुख्य सचिव एन. बैजेन्द्र कुमार व संचालक जनसंपर्क रजत कुमार भी उपस्थित थे.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अधोसंरचना विकास आम जनता की जरूरतों के अनुरूप किया गया है इसीलिए शहरी विकास की हमारी सारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर सफलता मिली है. उन्होंने कहा कि नये राज्य के रूप में छत्तीसगढ के समक्ष गरीबी व नक्सल जैसी बड़ी समस्याएं थी. परंतु हमने बेहतर वित्तीय प्रबंधन, सुनियोजित कार्ययोजना व बेहतर कार्य संस्कृति से छत्तीसगढ को देश और दुनिया के विकास के नये प्रतिमान के रूप में स्थापित कर दिया है. 14 साल पहले लगभग 7 हजार करोड़ के बजट से शुरुआत करने वाला यह राज्य आज 60 हजार करोड़ के बजट पर पहुंच गया है.

उन्होंने कहा कि, राज्य की प्राथमिकताएं पिछड़ापन दूर कर विकसित राज्यों के साथ कदमताल करने की है . इसके लिए हमने राज्य में बेहतर वित्तीय प्रबधंन किया और सर्वंगीण विकास के लिए पर्याप्त धन जुटा पाए. हमने नई सोच से ऐसे काम किए जिनका सीधा लाभ शहरी गरीब वर्ग को मिले जिसके कारण सरकारी काम-काज में पारदर्शिता आए और जनता को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिले. पूरे प्रदेश में नियोजित विकास के लिए प्रक्रियागत सुधार किए गये.

केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट परियोजना का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि, एक स्मार्ट सिटी के लिए सबसे आवश्यक है कि, नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जायें. छत्तीसगढ नया राज्य होने के कारण हमें नई राजधानी विकसित करने का अवसर मिला. ‘‘नया रायपुर’’ में हमने आगामी 100 वर्षों की कार्ययोजना बनाकर वहां आवश्यक सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करायी है. यहां बेहतर रोड और एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध करायी गयी है तथा इसे रेल से भी जोड़ा जा रहा है . मैट्रो अधोसंरचना का भी विकास किया जा रहा है. आईआईटी , आईआईएम , एम्स सहित उन तमाम जरूरी संस्थाओं की स्थापना की जा रही है जो कि एक श्रेष्ठ और सुनियोजित शहर के लिए जरूरी है.

डॉ. सिंह ने कहा कि, 24 घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति एक स्मार्ट सिटी बसाने के लिए सबसे जरूरी घटक है. छत्तीसगढ देश का एक मात्र पॉवर सरप्लस राज्य है. आज देश में जहां लगभग 800 यूनिट प्रतिव्यक्ति बिजली की खपत है. वहीं छत्तीसगढ में 1547 यूनिट प्रतिव्यक्ति बिजली की खपत है जो कि, किसी भी राज्य के समाजिक – आर्थिक विकास की स्थिति को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि, छत्तीसगढ ऐसा पहला राज्य है, जहां राज्य सरकार की पहल पर रेल विहीन अंचलों में रेल संपर्क बढ़ाने की परियोजना बनाई गई. हमारे ‘‘अभिनव मॉडल’’ को केन्द्र सरकार के साथ ही सार्वजनिक उपक्रमों का सहयोग मिला और देश में इसकी अलग पहचान बनी है. ऐसे नये प्रयासों से हम राज्य में रेल अधोसंरचना का घनत्व तेजी से बढ़ा सकेंगे और रेल को विकास की लाइफ लाइन बनाने की अवधारणा छत्तीसगढ में भी सही साबित होगी.

मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने इस अवसर पर देश व विदेशों से आये उद्यमियों को छत्तीसगढ में ज्यादा से ज्यादा निवेश के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा राज्य की आर्थिक विकास दर भारत के 4.9 प्रतिशत के मुकाबले 7.05 प्रतिशत है. छत्तीसगढ की औद्योगिक विकास दर भारत के 0.7 प्रतिशत के मुकाबले 6.07 प्रतिशत है. उन्होंने बताया कि, विगत 10 वर्षो में छत्तीसगढ की प्रतिव्यक्ति आय 10 हजार 125 रूपये से बढ़कर 56 हजार 990 रूपये हो गई है. समारोह में आवासीय आयुक्त श्रीमती उमादेवी और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री विक्रम सिसोदिया भी उपस्थित थे.

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