छत्तीसगढ़

सुकमा में 14 जवान शहीद

रायपुर | संवाददाता: छत्तीसगढ़ के सुकमा में माओवादी हमले में 14 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गये. मारे जाने वालों में एक असिस्टेंट कमांडेंट और एक डिप्टी कमांडेंट भी शामिल हैं. छत्तीसगढ़ में हुए इस बड़े माओवादी हमले के बाद खबर है कि केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को यहां का दौरा कर सकते हैं. वहीं, सीआरपीएफ के दिल्ली मुख्यालय में बैठक की जा रही है. राजनाथ सिंह के हवाले से इस हमले को कायरना हरकत बताया गया है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार नक्सलियों के खिलाफ लगातार सीआरपीएफ और पुलिस बलों के बढ़ते दबाव के बीच नक्सलियों ने यह हमला किया है. सुरक्षा बल पिछले दस दिनों से यहां नक्सल रोधी अभियान चला रहे थे.

पुलिस सूत्रों के अनुसार सुकमा के पास एलमागुंडा और एर्राबोर के पास सीआरपीएफ का एक दल नक्सल ऑपरेशन के लिये निकला था. उसी समय कसलपार के पास पहले से घात लगाए माओवादियों ने हमला कर दिया.

आरंभिक तौर पर जो जानकारियां मिली हैं, उसमें कहा जा रहा है कि माओवादियों ने चारों तरफ से जवानों को घेरा और हमला बोल दिया. अधिकारियों ने इस हमले में अभी तक 14 जवानों के मारे जाने की पुष्टि की है.

आज ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का एक दल भी बस्तर के दौरे पर गया हुआ है. हालांकि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड के सदस्य शहरी इलाकों में ही हैं.

इधर इस घटना के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि माओवादियों की यह कायराना हरदत है लेकिन इससे हमारे जवानों के हौसले कमजो़र नहीं होंगे.

बताया जाता है कि शहीद हुए सभी जवान सीआरपीएफ के हैं. तलाशी अभियान पर निकले जवानों में सीआरपीएफ के साथ कोबरा और जिला पुलिस जवान भी थे. कोबरा की 206वीं और सीआरपीएफ की 223वीं बटालियन इस अभियान में शामिल थी.

मुख्यमंत्री ने नक्सली हमले की निंदा की

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सोमवार को राज्य के सुकमा जिले में एलमागुण्डा-एर्राबोर के जंगलों में चिन्तागुफा के पास हुए नक्सली हमले निंदा की है. इस हमले में सीआरपीएफ के कम से कम 14 जवान शहीद हो गए हैं.

रमन सिंह ने इस नक्सली हमले में सुरक्षा बलों के अधिकारियों और जवानों के शहीद होने पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है. सिंह ने शहीदों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और सहानुभूति प्रकट की है और घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि नक्सलियों में इतना साहस नहीं है कि वे हमारे सुरक्षा बलों से आमने-सामने मुकाबला कर सकें. इसलिए उन्होंने कायरतापूर्ण तरीके से घात लगाकर हमला किया.

सिंह ने कहा कि हमारे अधिकारियों और जवानों ने कर्तव्यों का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है. उनकी यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. शोक संतप्त परिवारों के दु:ख की इस घड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार और राज्य की जनता हर कदम उनके साथ खड़ी है.

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