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छत्तीसगढ़ को गरीबी से उबारेगा विश्व बैंक

नई दिल्ली | संवाददाता: अब विश्व बैंक छत्तीसगढ़ को गरीबी से उबारेगा. विश्व बैंक का मानना है कि भारत के 7 राज्यों में लोगों की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब है. इन सात राज्यों में गरीबी का स्तर पूरे देश में सबसे अधिक है. इस गरीबी से उबारने के लिये छत्तीसगढ़ को विश्व बैंक भारी रकम देगा. विश्व बैंक के कंट्री पार्टनरशिप स्ट्रेटीजी कार्यक्रम के तहत यह निर्णय लिया गया है. छत्तीसगढ़ के अलावा जिन सात राज्यों को विश्व बैंक मदद देगा, उनमें बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडीशा, राजस्थान एवं उत्तर प्रदेश शामिल है.

विश्व बैंक के अनुसार छत्तीसगढ़ समेत 7 राज्यों में 2010 में 29.8 प्रतिशत आबादी गरीबी की रेखा के नीचे रहती थी, जिसे 2030 तक 5 प्रतिशत तक लाने की योजना है. इसके लिये विश्व बैंक इन सात राज्यों को चार सालों तक 2013 से 2017 के दौरान आर्थिक मदद प्रदान करेगा.

विश्व बैंक भारत के प्रमुख ओनो रुह्ल के अनुसार विश्व बैंक इन सातों राज्यों को प्रतिवर्ष 3 से 5 अरब डालर की सहायता देगा. कुल चार वर्षों में 12 से 20 अरब डालर की रकम दी जायेगी.

विश्व बैंक के कंट्री पार्टनरशिप स्ट्रेटीजी कार्यक्रम के तहत उधार के तहत जो मदद दी जाती है, उसका घोषित उद्देश्य है कि वहां पर निवेश का वातावरण बने. विश्व बैंक का मानना है कि छत्तीसगढ़ में विश्व बैंक के मानको के अनुसार अत्यंत गरीबी है तथा छत्तीसगढ़ को वित्तीय सहायता की आवश्यकता है.

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