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गायब हुईं कोयला आवंटन की फाइलें: सोमैया

मुंबई: भाजपा नेता किरीट सौमैया ने कांग्रेस के लिए चुनावी फंड जुटाने हेतु महाराष्ट्र में दस हज़ार करोड़ रुपए के कोयला घोटाले को अंजाम दिए जाने का आरोप लगाया है. एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सोमैया ने कहा कि इस घोटाले को कोयला माफियाओं, राज्य के आईएएस अधिकारियों और कांग्रेस-राकांपा मंत्रियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है.

सोमैया ने इस घोटाले की तुलना आदर्श घोटाले से करते हुए कहा कि उसी के जैसे इससे जुड़ी फाइलें भी गायब हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से मिले आदेश के बाद सीबीआई इस घोटाले की जाँच कर रही है लेकिन राज्य की कांग्रेस-राकांपा की संयुक्त सरकार जाँच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रही है.

सोमैया ने आईएएस अधिकारी ए. रामकृष्णन, वी.के. जयरथ, वी.के. सावरखाड़े, तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री राजेंद्र दर्डा और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विजय दर्डा पर घोटाले में शामिल होने का इल्जाम लगाया है.

उल्लेखनीय है कि इस मामले में सीबीआई ने महाराष्ट्र सरकार से ये जानकारी मांगी थी कि तत्कालीन नौकरशाह वीके जैरथ और सावरखांडे किस हैसियत से कोल ब्लाक आवंटन से जुड़ी बैठकों में शामिल हुए? और क्या इन्होंने कंपनियों से आवश्यक दस्तावेज लिए बगैर केंद्र सरकार को दर्जन भर कंपनियों को ब्लाक आवंटित करने की सिफारिश की थी?

सोमैया ने यह भी आरोप लगाया है कि इसी दौरान महाराष्ट्र के प्रधान सचिव रहे ए.रामाकृष्णन रिटायर होने के बाद इनमें से एक कोयला कंपनी के निदेशक हैं और इसमें राज्य सरकार के एक मंत्री की भी हिस्सेदारी है. गौरतलब है कि सीबीआई ने इसी कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाज़ी का मामला दर्ज किया है.

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