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3 तक बहुमत साबित करेंगे केजरीवाल

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को संभवत: तीन जनवरी तक बहुमत साबित करने को कहा जाएगा. दिल्ली सचिवालय से जारी बयान के अनुसार, “राष्ट्रपति का निर्देश है कि केजरीवाल को सात दिनों के भीतर सदन के पटल पर बहुमत साबित करने के लिए कहा जा सकता है.”राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस पार्टी के समर्थन से दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सरकार गठन की मंजूरी दे दी है.

सामाजिक कार्यकर्ता से नेता बने 45 वर्षीय अरविद केजरीवाल शनिवार को रामलीला मैदान में दोपहर 12 बजे एक समारोह में शपथ ग्रहण करेंगे. आप की ओर से प्रस्तावित मंत्रियों में मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज, सोमनाथ भारती, राखी बिड़ला, सत्येंद्र जैन और गिरीश सोनी के नाम शामिल हैं.

आप के नेता कुमार विश्वास ने पत्रकारों को बताया, “हमने उपराज्यपाल से अनुरोध किया कि हम शनिवार, 28 दिसंबर को शपथ ग्रहण करना चाहते हैं, और उन्होंने हमें अपनी स्वीकृति दे दी.”

कुमार विश्वास ने कहा कि पार्टी के नेताओं की केजरीवाल के आवास पर हुई बैठक में शपथ ग्रहण 26 के बजाय 28 दिसंबर को करने का फैसला किया गया. केजरीवाल इसके पहले गुरुवार को शपथ लेने वाले थे.

विश्वास ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह में आप ने गांधीवादी अन्ना हजारे, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश संतोष हेगड़े और पूर्व पुलिस अधिकारी किरण बेदी को आमंत्रित किया है.

रामलीला मैदान में ही अन्ना हजारे ने वर्ष 2011 में जनलोकपाल के लिए 12 दिन का उपवास किया था, जिसकी वजह से व्यापक जनसमुदाय भ्रष्टाचार के खिलाफ उठ खड़ा हुआ था. केजरीवाल इस उपवास के दौरान हर पल हजारे के साथ रहे थे.

हेगड़े और बेदी भी उस अभियान के हिस्सा थे. लेकिन पिछले साल नवंबर में केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी बनाई और इसके बाद हजारे और बेदी इससे अलग हो गए.

ऐसा कहा जा रहा था कि आप के विधायक विनोद कुमार बिन्नी मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से नाराज हैं, लेकिन केजरीवाल ने मंत्रिमंडल के गठन को लेकर किसी तरह के विवाद से इंकार किया है. बिन्नी ने भी किसी तरह के विवाद से इंकार किया है.

मैगसेसे पुरस्कार विजेता केजरीवाल ने पिछले 15 वर्षो से लगातार मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में 25 हजार से अधिक मतों के अंतर से पराजित किया. हरियाणा में जन्मे और वर्तमान में कौशांबी में निवास कर रहे केजरीवाल ने मुख्यमंत्री को मिलने वाले जेड-प्लस श्रेणी की सुरक्षा और सरकारी आवास लेने से इंकार कर दिया है. वह आईआईटी खगड़पुर से स्नातक हैं.

इस बीच आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्रालय को दिल्ली में आप की सरकार गठन के संबंध में राष्ट्रपति की औपचारिक मंजूरी मिल गई है जिसे उपराज्यपाल नजीब जंग को भेज दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि आप ने 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में 28 सीटें जीती है और वह कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने जा रही है. कांग्रेस ने आठ सीटों पर जीत दर्ज कराई है. भारतीय जनता पार्टी 31 सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है, लेकिन बहुमत न होने के कारण उसने सरकार बनाने से इंकार कर दिया. बहुमत साबित करने के बाद 6 माह तक केजरीवाल निश्चिंत होकर अपने चुनावी वादे को पूरा करने में लग सकते हैं.

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