राष्ट्र

संविधान ने देश को एकजुट किया

नई दिल्ली | समाचार डेस्क: राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के संविधान ने देश को एकजुट किया. केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बी.आर. अम्बेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोया. डॉ. बी.आर.अंबेडकर की देशभर में मनाई जा रही 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में संविधान के प्रति प्रतिबद्धताओं पर चर्चा के लिए संसद में आयोजित दो दिवसीय विशेष सत्र के दौरान गृह मंत्री ने लोकसभा में देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को भी श्रद्धांजलि दी.

राजनाथ ने कहा, “जब हमारा देश स्वतंत्र हुआ, यह विभिन्न रियासतों में बंटा था. वे चकित थे कि क्या देश फिर कभी एकजुट हो पाएगा. सरदार वल्लभभाई पटेल ने हमें ‘एक भारत’ दिया, लेकिन उस समय हमें एक ऐसी सामग्री की आवश्यकता थी, जो देश को एकजुट रख सके.”

उन्होंने कहा, “देश को एकजुट रखने वाला वह साधन संविधान था. इसने महत्वपूर्ण भू्मिका निभाई. हम जानते हैं कि इस दौरान उन्होंने कितनी समस्याओं का सामना किया, जिनसे उन्हें जरूर चोट पहुंची होगी, लेकिन उन्होंने अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखा.”

उन्होंने अभिनेता आमिर खान का नाम लिए बगैर असहिष्णुता पर की गई उनकी टिप्पणी के संदर्भ में कहा, “लेकिन उन्होंने कभी नहीं कहा कि उन्हें देश में भेदभाव का सामना करना पड़ा है और इसलिए वह कहीं और जाकर बस जाएंगे.”

राजनाथ के ऐसा कहने पर कई कांग्रेस सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई. हालांकि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने उन्हें अपनी बात जारी रखने की अनुमति देते हुए कहा कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है.

देश के गृह मंत्री ने यह भी कहा कि अंबेडकर को सिर्फ एक दलित नेता के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. उन्हें सिर्फ इस नजरिए से देखना ओछी मानसिकता को दर्शाता है.

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