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दिग्विजय के साथ कई नेता नपेंगे

भोपाल | संवाददाता: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ ट्वीट को लेकर एफआईआर के बाद राजनीति गरमाने लगी है. आश्चर्य नहीं कि आने वाले दिनों में अब कांग्रेस और भाजपा जुबानी जंग और सड़कों पर प्रदर्शन के बजाये ऐसे मामलों को थाने और अदालतों तक ले जाना शुरु कर दें. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि दोनों ही पार्टियां विरोधी नेताओं के ऐसे बयान और भाषण की प्रतियां जुगाड़ रही हैं, जिन्हें मुकदमे तक ले जाया जा सके. ऐसे में कई नेता ऐसी बयानबाजियों पर नप सकते हैं.

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री राघवजी को लेकर किए गए ट्वीट पर भोपाल के शाहपुरा थाने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने राघवजी पर घरेलू नौकर के साथ अप्राकृतिक कृत्य किए जाने के आरोप के बाद एक ट्वीट किया था. जिसमें कहा गया था कि ‘बच्चा बच्चा राम का राघवजी के काम का’. इसको लेकर शनिवार की रात को संगीत शर्मा नामक युवक ने धार्मिक भावनाएं आहत होने की शाहपुरा थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.

वर्मा की शिकायत पर पुलिस ने सिंह के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है. शाहपुरा पुलिस ने सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जाने की पुष्टि की है. पुलिस का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आवेदन को जांच में लिया जाएगा और उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि ट्वीट पर विवाद बढ़ने पर सिंह ने सफाई दी थी और कहा था कि वे राघौगढ़ के रहने वाले है, उनके घर में कई मंदिर हैं, जिनमें चार समय पूजा होती है और वे स्वयं भी पूजा करते हैं. जिन लोगों के दिमाग में फितूर होता है, उन्होंने उनकी बात को गलत तरीके से लिया है.उनका कहना है कि उनके गांव में भगवान को राघव जी कहा जाता है. राघव जी अभिवादन के लिये भी इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में उनके बयान को पूर्व वित्त मंत्री से जोड़ना गलत है. उन्होंने ट्वीट भगवान राम को लेकर किया था, न कि वित्तमंत्री राघव जी को लेकर.

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