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600 का मेडल 6500 में खरीदा

पणजी | समाचार डेस्क: गोवा में पुर्तगाली राष्ट्रमंडल खेलों में करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई है. गौरतलब है कि लुसोफोनिया खेल गोवा में जनवरी माह में आयोजित किया गया था. कांग्रेस ने पदकों के मूल्य अधिक रखने, खेलों के लिए आधारभूत संरचना तैयार करने के लिए निविदा में बड़े पैमाने पर अनियमितता और दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों में दागी रहीं कंपनियों को काम सौंपने जैसे कई महत्वपूर्ण आरोप लगाए हैं.

कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने आरोप लगाया है कि गेम्स मेडल के लिए दिया गया कोटेशन क्रमश: 500, 400 और 600 रुपये था, जबकि इसे 6,500 प्रति मेडल के दर खरीदा गया. इसके अलावा दिल्ली के राष्ट्रमंडल खेलों में दागी रहीं कंपनियों को भी लुसोफोनिया गेम्स के आयोजन में शामिल किया गया.

अपनी शिकायत में कांग्रेस ने राज्य के खेल मंत्रालय और पुर्तगाली राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में शामिल रहने वाले प्रमुख अधिकारियों की भूमिका की जांच करने की मांग की है.

कांग्रेस के प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने शनिवार को पणजी में संवाददाताओं से कहा, “खेलों के आयोजन में केंद्र सरकार का कोष इस्तेमाल हुआ था. यही कारण है कि हमने सीबीआई से शिकायत की है. ऐसे संवेदनशील मामले में जहां वरिष्ठ अधिकारी और राजनेता संलिप्त हों तो राज्य की पुलिस पर किसी भी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता.”

कामत ने अपनी शिकायत में कहा है, “कई सरकारी अधिकारियों को गैरकानूनी तौर पर रिश्वत दी गई और इन अनियमितताओं में अधिकारी शामिल रहे हैं. इसीलिए सरकारी खजाने को चूना लगाने के दोषियों को दबोचने के लिए इसकी गहन जांच जरूरी है.”

12 दिनों तक चले लुसोफोनिया खेलों में अंगोला, ब्राजील, केप वेराडे, ईस्ट तिमोर, इक्वाटोरियल गुएना, गुएना-बिस्साऊ, गोवा , मकाऊ , मोजांबिक, पुर्तगाल, साओ टोम एंड प्रिंसिप और श्रीलंका ने हिस्सा लिया था.

गोवा एशिया में सबसे पुराने पुर्तगाली उपनिवेशों में से एक रहा, जहां 1500 ई. के शुरू में ही पुर्तगाल ने कब्जा कर लिया था.

गोवा में आयोजित हुए लुसोफोनिया खेल, 2014 पुर्तगाली राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा संस्करण था. इससे पहले के दो आयोजन मकाऊ 2006 और लिस्बन 2009 में आयोजित हो चुके हैं.

खेल मंत्री रमेश तावड़कर ने कांग्रेस के आरोपों को ‘बेबुनियाद’ करार दिया और कहा कि खेलों के आयोजन में सभी नियमों और कायदों का पालन किया गया और हताश कांग्रेस एक बेबात को मुद्दा बनाकर पेश कर रही है.

तावड़कर ने कहा, “हम इस तरह के आरोपों पर कई बार सफाई दे चुके हैं. कांग्रेस सिर्फ एक मुद्दा खड़ा करना चाहती है जहां कुछ है ही नहीं.”

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